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पर्सनल लोन की पॉपुलैरिटी में डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म का बहुत बड़ा योगदान है, जिन्होंने कर्ज लेने के प्रोसेस को बहुत आसान और तेज बना दिया है. पहले जहां लंबी लाइनें, ढेर सारे कागजात और बैंकों के कई चक्कर लगाने पड़ते थे, वहीं अब इंस्टेंट लोन ऐप लॉन्च होने के बाद लोन का पूरा प्रोसेस बहुत आसान हो गया है.
हालांकि, क्विक लोन ऐप के आने से अलग-अलग जरूरतें वाले कर्जदारों के लिए कई तरह के फाइनेंशियल रिस्क भी पैदा हुए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ऑनलाइन इंस्टेंट लोन के लिए अप्लाई करना सुरक्षित है? “अप्लाई” बटन पर टैप करने से पहले आपको किन बातों की जानकारी होनी चाहिए? चलिए जानते हैं!
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कम ब्याज़ दरइंस्टेंट लोन इमरजेंसी फंड या कैश की जरूरत को पूरा करने में बहुत मददगार साबित हो सकते हैं. इनमें मेडिकल इमरजेंसी या घर की मरम्मत से लेकर तमाम स्थितियां शामिल हैं.
आप मनीकंट्रोल के जरिए 50 लाख रुपए तक का 100% डिजिटल और इंस्टेंट पर्सनल लोन ले सकते हैं. इसके माध्यम से बिना किसी कागजी कार्रवाई और कम प्रोसेसिंग फीस के साथ आप अपने बैंक अकाउंट में तुरंत फंड ट्रांसफर करवा सकते हैं. इसका प्रोसेस काफी आसान है - अपनी डिटेल एंटर करें, KYC वेरिफिकेशन पूरा करें और अपना EMI रीपेमेंट प्लान सेट करें. इसके लिए मनीकंट्रोल ने 8 लेंडर्स के साथ पार्टनरशिप की है. पर्सनल लोन की ब्याज दरें 10.5% सालाना से शुरू होती हैं.
पर्सनल लोन लेने के लिए मनीकंट्रोल जैसे ट्रेस्टेड प्लेटफॉर्म पर भरोसा करने की सलाह दी जाती है. इंस्टेंट लोन ऐप्स के बढ़ने से कई रिस्क भी पैदा हुए हैं, जिनका आपको ऑनलाइन पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले ध्यान रखना चाहिए.
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फाइनेंशियल स्ट्रेस और ज्यादा कर्ज लेना: इंस्टेंट पर्सनल लोन के सबसे बड़े रिस्क में से एक जरूरत से ज्यादा कर्ज लेने का लालच है. एप्लीकेशन का आसान प्रोसेस और तुरंत अप्रूवल बिना सोचे समझे उधार लेने के लिए उकसा सकता है, जिसके चलते लोन समय पर न चुका पाने से फाइनेंशियल स्ट्रेस हो सकता है. इसलिए, केवल उतना ही उधार लें, जिसे आप आसानी से चुका सकें.
ज्यादा ब्याज दरें और हिडेन चार्जेज : ट्रेडिशनल लोन की तुलना में इंस्टेंट पर्सनल लोन ज्यादा ब्याज दरें वसूल सकते हैं. कुछ लेंडर्स हिडन फीस या प्रोसेसिंग चार्ज भी इसमें शामिल कर सकते हैं, जो लोन की ओवरऑल कॉस्ट को काफी हद तक बढ़ा सकता है. इसलिए पहले हमेशा टर्म एंड कंडीशन को रिव्यू करें.
कर्ज का जाल: क्विक अप्रूवल और आसान डिसबर्समेंट के चलते, इंस्टेंट पर्सनल लोन आपको कर्ज के चक्रव्यूह में फंसा सकते हैं. एक लोन चुकाने के लिए दूसरा लोन लेने से कर्ज का बोझ बढ़ सकता है.
अनरेगुलेटेड लेंडर्स: सबसे बड़ा रिस्क ऐसे लेंडर्स से डील करना है, जिन्हें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) जैसी रेग्युलेटरी संस्थाएं रेगुलेट नहीं करती हैं. ये लेंडर्स स्टैंडर्ड प्रैक्टिस या दिशा-निर्देशों से बंधे नहीं होते हैं. इसका मतलब है कि वे आपको अनुचित शर्तों, ब्याज दरों और फीस पर लोन दे सकते हैं.
प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी: इंस्टेंट पर्सनल लोन देने वाले ऐप अक्सर सेंसिटिव पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा शेयर करने की मांग करते हैं. अगर किसी प्लेटफॉर्म या लेंडर के पास स्ट्रॉन्ग सेफ्टी फीचर्स नहीं हैं, तो स्कैमर्स इस डेटा तक पहुंच सकते हैं और इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.
रीपेमेंट चैलेंज: इंस्टेंट लोन तुरंत फंड प्रदान करते हैं, लेकिन उनका रीपेमेंट पीरियड ट्रेडिशनल लोन की तुलना में छोटा हो सकता है, जिससे EMI अमाउंट बाद जाता है. यह आपके बजट पर दबाव डाल सकता है.
गुमराह करने वाले ऑफर: कुछ लेंडर्स "इंस्टेंट" या "नो कॉस्ट" लोन ऑफर करते हैं, जो झूठे हो सकते हैं. ऐसे में फाइन प्रिंट को पढ़े और लोन की टोटल कॉस्ट का पता करें, जिसमें प्रोसेसिंग फीस या प्रीपेमेंट चार्ज शामिल हैं.
तुलना न करना: पहले ऑफर पर ही सैटल न करें. हमेशा अवेलेबल ऑफर्स, इंटरेस्ट रेट और फीस की तुलना करें, फिर अपने लिए सबसे अच्छा ऑप्शन चुनें.
ज्यादा उधार: ज्यादा कर्ज से बचने के लिए केवल उतना ही उधार लें जितना आप आराम से चुका सकें.
फाइन प्रिंट पर ध्यान न देना: हिडेन चार्ज और फीस से बचने के लिए शर्तों को ध्यान से पढ़ें.
जरूरत से ज्यादा अच्छे ऑफर के झांसे में आना: जरूरत से ज्यादा कम दरों या कोई फीस न लेने का वादा करने वाले लेंडर्स से सावधान रहें, क्योंकि इनमें हिडेन कॉस्ट शामिल हो सकती हैं.
क्रेडिट स्कोर अनदेखा करना: आपकी क्रेडिट हिस्ट्री आपके लोन की शर्तों को प्रभावित करती है. अपना स्कोर चेक करें और अगर यह कम है, तो पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले इसमें सुधार करें.
जल्दबाजी में फैसला लेना: जल्दबाजी में डिसीजन न लें. लोन के लिए अप्लाई करने से पहले हमेशा लोन ऑफर को रिव्यू और उसकी तुलना करें.
खराब कस्टमर सपोर्ट: सुनिश्चित करें कि लेंडर्स के पास आपके किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए सपोर्ट सिस्टम है.
कुल मिलाकर, ऑनलाइन इंस्टेंट लोन के लिए सुरक्षित रूप से अप्लाई करने के लिए इन सावधानियों को अपनाना जरूरी है. अपने डेटा की सेफ्टी और रिस्क से बचने के लिए केवल ट्रस्टेड और रेगुलेटेड प्लेटफॉर्म और लेंडर्स से ही लोन लें.
मनीकंट्रोल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से, आप 50 लाख रुपये तक के 100% डिजिटल पर्सनल लोन ले सकते हैं. चाहे आपको पर्सनल या बिजनेस लोन की जरूरत हो, पूरी तरह से डिजिटल लोन ऑफर 10.5% सालाना से शुरू होते हैं.
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