Credit Cards

मैक्स हॉस्पिटल्स में अब कैशलेस इलाज नहीं करा सकेंगे Niva Bupa के बीमाधारक, इस वजह से लगी रोक

Niva Bupa ने 16 अगस्त 2025 से Max Hospitals में कैशलेस सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी हैं। इसका कारण मई 2025 में समाप्त हुआ समझौता और टैरिफ संशोधनों पर असहमति है। नेटवर्क में 10,400 से अधिक हॉस्पिटल्स में सुविधा जारी है।

अपडेटेड Sep 01, 2025 पर 5:00 PM
Story continues below Advertisement
कैशलेस सुविधा के तहत पॉलिसीधारक नेटवर्क हॉस्पिटल्स में बिना एडवांस पेमेंट के इलाज करवा सकते हैं।

हेल्थ इंश्योरेंस करने वाली कंपनी निवा बूपा (Niva Bupa) ने देशभर के सभी Max Hospitals में कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधाओं को 16 अगस्त 2025 से अस्थायी रूप से रोक दिया है। कंपनी ने बताया कि Max Hospitals के साथ उनका समझौता मई 2025 में समाप्त हो गया था और टैरिफ संशोधनों पर चल रही बातचीत में कोई आपसी सहमति नहीं बन सकी।

Niva Bupa के डायरेक्टर और सीईओ भाभतोष मिश्रा (Bhabhtosh Mishra) ने कहा, 'इसके चलते Max Hospitals में कैशलेस सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी।'

कैसे इलाज कराएंगे बीमाधारक?


कैशलेस सुविधा के तहत पॉलिसीधारक नेटवर्क हॉस्पिटल्स में बिना एडवांस पेमेंट के इलाज करवा सकते हैं। क्योंकि बीमा कंपनी सीधे हॉस्पिटल को बिल का भुगतान करती है। इस निलंबन के बाद Niva Bupa के ग्राहक Max Hospitals में भर्ती होने पर अब बिल खुल चुकाएंगे और रीइंबर्समेंट के लिए आवेदन करेंगे।

10,400 हॉस्पिटल्स में सुविधा उपलब्ध

Niva Bupa ने यह भी बताया कि पॉलिसीधारकों के लिए कैशलेस सेवाएं अब भी देशभर में अपने नेटवर्क के 10,400 से अधिक हॉस्पिटल्स में उपलब्ध हैं। Max Hospitals में इलाज कराने वाले ग्राहकों के लिए Niva Bupa ने प्राथमिकता और फास्ट-ट्रैक रिइंबर्समेंट क्लेम प्रोसेसिंग की सुविधा भी शुरू की है।

Mishra ने यह भी बताया कि Max Hospitals में Star Health और Care Health के ग्राहकों के लिए भी कैशलेस सुविधा उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि कंपनी इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए Max Hospitals के साथ बातचीत कर रही है।

इन सीनियर सिटीजन को ITR फाइल करने की जरूरत नहीं, जानिए क्या आपको भी मिली है छूट

हेल्थ इंश्योरेंस क्या होता है?

हेल्थ इंश्योरेंस असल में एक बीमा है, जो आपके मेडिकल खर्चों को कवर करता है। आप इसके लिए कंपनी को प्रीमियम देते हैं, और जरूरत पड़ने पर अस्पताल के बिल सीधे कंपनी देती है या आप बिल भरकर बाद में रिइंबर्समेंट ले सकते हैं। इसका मकसद बीमारी या आपातकाल में आपके पैसे बचाना और आर्थिक बोझ कम करना है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।