भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने दिसंबर 2025 की मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट घटाकर 5.25% कर दिया है। यह फैसला सीधे तौर पर देशभर के होम लोन उधारकर्ताओं के लिए राहत लेकर आया है। जिनका लोन रेपो रेट से जुड़ा है, उनकी EMI जल्द ही कम हो जाएगी।
- पहले 8.5% ब्याज दर पर 20 साल के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन लेने वाले की मासिक किस्त लगभग ₹43,391 होती थी।
- अब रेपो रेट कटौती के बाद ब्याज दर घटकर 8.25% होने पर EMI करीब ₹39,519 रह जाएगी।
- कुल मिलाकर पूरे कार्यकाल में ब्याज भुगतान में लगभग ₹9.29 लाख की कमी आएगी।
अगर उधारकर्ता EMI को पहले की तरह ही जारी रखते हैं, तो लोन की अवधि लगभग 42 महीने कम हो जाएगी। इसका मतलब है कि वे करीब ₹18.32 लाख तक ब्याज बचा सकते हैं। यह विकल्प उन लोगों के लिए बेहतर है जो जल्दी कर्जमुक्त होना चाहते हैं।
- EBLR (External Benchmark Lending Rate) से जुड़े लोन धारकों को सबसे पहले राहत मिलेगी।
- MCLR (Marginal Cost of Funds based Lending Rate) और RLLR (Repo Linked Lending Rate) वाले ग्राहकों को थोड़ी देर से फायदा मिलेगा, क्योंकि बैंकों को दरें अपडेट करने में समय लगता है।
RBI के फैसले के बाद कई बैंक अपनी ब्याज दरें घटाने लगे हैं। उदाहरण के तौर पर, Bank of Baroda ने अपनी Benchmark Retail Loan Lending Rate (BRLLR) को 8.15% से घटाकर 7.90% कर दिया है, जो 6 दिसंबर 2025 से लागू होगा। इससे संकेत मिलता है कि अन्य बैंक भी जल्द ही दरों में कटौती करेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल मौजूदा उधारकर्ताओं को राहत देगा बल्कि हाउसिंग डिमांड को भी बढ़ावा देगा। दिसंबर तिमाही और शुरुआती 2026 में मध्यम और प्रीमियम सेगमेंट में घर खरीदने की मांग तेज़ होने की उम्मीद है।
RBI की लगातार चौथी दर कटौती से 2025 में कुल 125 बेसिस प्वाइंट की कमी हो चुकी है। यह माहौल उधारकर्ताओं के लिए बेहद अनुकूल है। 50 लाख रुपये के लोन पर EMI में हर महीने हजारों की बचत और ब्याज में लाखों की राहत मिलना निश्चित रूप से घर खरीदने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है।