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सऊदी अरब में अब आप भी खरीद सकते हैं प्रॉपर्टी, मक्का-मदीना को छोड़कर बाकी जगह नियमों को किया आसान

अगर आप विदेश में प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अब सऊदी अरब भी आपकी लिस्ट में शामिल हो सकता है। सऊदी अरब ने विदेशी नागरिकों और कंपनियों के लिए अपनी रियल एस्टेट मार्केट को आधिकारिक रूप से खोल दिया है

अपडेटेड Jul 29, 2025 पर 5:53 PM
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अगर आप विदेश में प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अब सऊदी अरब भी आपकी लिस्ट में शामिल हो सकता है।

अगर आप विदेश में प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अब सऊदी अरब भी आपकी लिस्ट में शामिल हो सकता है। सऊदी अरब ने विदेशी नागरिकों और कंपनियों के लिए अपनी रियल एस्टेट मार्केट को आधिकारिक रूप से खोल दिया है। यह बड़ा फैसला देश के आर्थिक विकास के लिए लिया गया है और यह विजन 2030 योजना का अहम हिस्सा है। इसका मकसद तेल पर निर्भरता को कम करके बाकी एरिया को बेहतर बनाना है।

नया कानून क्या कहता है?

25 जुलाई 2025 को उम्म अल-कुरा गजट में जारी किये इस नए कानून के मुताबिक, विदेशी अब सऊदी अरब के कई हिस्सों में प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। यह कानून इसके प्रकाश की तारीख से 180 दिन बाद लागू होगा।


कौन खरीद सकता है प्रॉपर्टी?

विदेशी निवासी - जो सऊदी अरब में कानूनी रूप से रह रहे हैं, वे एक रिहायशी प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। लेकिन मक्का और मदीना के बाहर और सिर्फ पर्सनल इस्तेमाल के लिए ही प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।

विदेशी कंपनियां - सऊदी में बिजनेस चलाने वाली विदेशी कंपनियां, अपने ऑपरेशन या कर्मचारियों के लिए कहीं भी प्रॉपर्टी खरीद सकती हैं।

दूतावास और अंतरराष्ट्रीय संगठन: सरकारी मंजूरी के बाद वे अपने ऑफिस कार्यों के लिए प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।

मक्का और मदीना में सख्त नियम

इन दोनों पवित्र शहरों में प्रॉपर्टी खरीदने पर अभी भी सख्ती है।bगैर-मुस्लिमों को यहां पर्सनल इस्तेमाल के लिए प्रॉपर्टी खरीदने की इजाजत नहीं है। मुस्लिमों को भी बहुत ही सीमित और नियंत्रित परिस्थितियों में ही स्वामित्व दिया जाता है। सरकार ने साफ कहा है कि ये प्रतिबंध धार्मिक और सांस्कृतिक कारणों से लगाए गए हैं, ताकि इन स्थलों की पवित्रता बनी रहे।

कितनी तरह के प्रॉपर्टी अधिकार?

इस कानून में पूरी तरह से मालिकाना हक के अलावा और भी कई अधिकार शामिल हैं।

यूजफ्रक्ट अधिकार (Usufruct Rights): मतलब आप किसी प्रॉपर्टी का इस्तेमाल और लाभ उठा सकते हैं, लेकिन मालिक नहीं होंगे।

लीज समझौते: छोटे और लंबे समय के लिए हो सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन, फीस और सजा

सभी विदेशी खरीदारों को अपनी संपत्ति नेशनल रियल एस्टेट रजिस्ट्री में रजिस्टर करवाना होगा। प्रॉपर्टी ट्रांसफर पर 5% तक की फीस लगेगी। गलत डॉक्यूमेंट देने या नियमों का उल्लंघन करने पर 1 करोड़ सऊदी रियाल (लगभग 22 करोड़ रुपये) तक का जुर्माना, जब्ती या कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

मौजूदा मालिकों को राहत

जो विदेशी पहले से ही सऊदी अरब में प्रॉपर्टी के मालिक हैं, उनके अधिकार बरकरार रहेंगे। साथ ही, खाड़ी देशों (GCC) के नागरिकों को अब मक्का और मदीना में भी संपत्ति खरीदने की अनुमति है, जो पहले मुमकिन नहीं था।

कब जारी होंगे नियम

सरकार अगले छह महीनों में डिटेल नियम और प्रोसेस जारी कर सकती है। किन एरिया में विदेशी प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। कैसे खरीद सकते हैं, किन शर्तों पर प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। कौन-कौन से डॉक्यूमेंट जरूरी होंगे, ये लिस्ट भी जारी की जाएगी। विदेशी निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे आगे आने वाले निर्देशों पर नजर रखें। ताकि, वे इस नए मौके का सही तरीके से फायदा उठा सकें।

 

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