अंडर-कंस्ट्रक्शन या रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी, कौन सा ऑप्शन है आपके लिए बेहतर और सुरक्षित?

अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी आमतौर पर सस्ती होती है और कस्टमाइजेशन की सुविधा देती है, लेकिन इसमें प्रोजेक्ट में देरी और बिल्डर जोखिम जैसे खतरे होते हैं। रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी में तुरंत कब्जा मिलता है, टैक्स लाभ तुरंत मिलते हैं और रिस्क कम होता है, जिससे यह ज्यादा सुरक्षित विकल्प बनती है।

अपडेटेड Oct 31, 2025 पर 6:18 PM
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जब घर खरीदने की सोचते हैं, तो अकसर यह सवाल आता है कि अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी लें या रेडी-टू-मूव? दोनों के बीच चयन कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे आपका बजट, कब्जे की तात्कालिकता, जोखिम उठाने की क्षमता और टैक्स लाभ।

अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी के फायदे

अंडर-कंस्ट्रक्शन घर की कीमतें आमतौर पर रेडी प्रॉपर्टी से 10-30% तक कम होती हैं, जिससे सीमित बजट वाले खरीददारों के लिए आकर्षक विकल्प बनती हैं। इसके अलावा, इस दौरान आप फ्लोरिंग, लेआउट और अन्य फीचर्स में कस्टमाइजेशन कर सकते हैं, जो रेडी प्रॉपर्टी में संभव नहीं होता। भुगतान योजनाएं अधिक फ्लेक्सिबल होती हैं, जिन्हें प्रोजेक्ट की प्रगति के अनुसार किश्तों में दिया जा सकता है।

अंडर-कंस्ट्रक्शन के जोखिम


इसमें सबसे बड़ा खतरा है प्रोजेक्ट में देरी या बिल्डर द्वारा प्रोजेक्ट को रोकना। ऐसे में कब्जा समय से नहीं मिल पाता, जिससे किराया और EMI दोनों का बोझ बढ़ सकता है। इसके अलावा, अधिकांश अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी पर 5% GST लगता है, जो कुल लागत बढ़ाता है। प्रोजेक्ट की वैधता और बिल्डर की साख की जांच करना बेहद जरूरी है।

रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी के फायदे

रेडी प्रॉपर्टी में आप तुरंत कब्जा कर सकते हैं, जिससे किराए का खर्च बंद हो जाता है और होम लोन पर टैक्स छूट भी तुरंत मिलने लगती है। इसमें कोई बिल्डर डिफॉल्ट या देरी का जोखिम नहीं होता, जिससे खरीददार को मानसिक शांति मिलती है। रेडी प्रॉपर्टी पर GST नहीं लगता, जो इसकी कीमत को और आकर्षक बनाता है।

रेडी प्रॉपर्टी की चुनौतियां

चूंकि रेडी प्रॉपर्टी की कीमतें अधिक होती हैं, इसलिए पहली बार खरीददारों या कम बजट वाले लोगों के लिए यह थोड़ा महंगा पड़ सकता है। पुराने मकानों में रेनोवेशन या स्टाम्प ड्यूटी जैसी अतिरिक्त लागतें भी हो सकती हैं।

टैक्स और फाइनेंस के पहलू

होम लोन पर टैक्स छूट (Section 24) केवल उस समय मिलती है जब कब्जा मिल चुका हो। अंडर-कंस्ट्रक्शन में देरी होने पर टैक्स लाभ घट सकते हैं, जबकि रेडी प्रॉपर्टी में यह लाभ तुरंत मिलता है। अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी के लिए प्री-EMI का भुगतान करना पड़ सकता है, जबकि रेडी प्रॉपर्टी में सीधे EMI की शुरुआत हो जाती है।

अगर आपका बजट ठीक है और आपको तुरंत घर चाहिए, तो रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी सबसे सुरक्षित और फायदेमंद विकल्प है। वहीं, अगर बजट सीमित है और आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं, तो बिल्डर की साख और प्रोजेक्ट की वैधता जांचकर अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी अच्छी निवेश योजना हो सकती है।

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