गुजरात के ज्वेलर्स ने गहनों की शुद्धता को लेकर एक अनोखा अभियान चलाया है। अगर सोना या उनके गहने खरीदने के बाद उनकी शुद्धता पर संदेह है तो ग्राहक वहीं पर जांच कर सकता है और शिकायत भी। अहमदाबाद के ज्वेलर्स अपनी दुकान और शोरूम पर खुद भारतीय मानक ब्यूरो के ये बड़े स्टिकर और डिजिटल डिस्प्ले लगा रहे है। इसमें साफ-साफ बताया गया है कि ज्वेलरी खरीदारी के बाद शुद्धता की जांच कैसे कर सकते हैं। अगर कहीं पर कोई गड़बड़ दिखे तो आप ऐप के जरिए सीधे भारतीय मानक ब्यूरो में शिकायत कर सकते हैं। अब हर गहने पर हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) नंबर भी अनिवार्य हो गया है। ज्वेलर्स भी मान रहे हैं कि इससे ग्राहको का विश्वास बढ़ेगा।
भारतीय मानक ब्यूरो BIS ने गोल्ड सिल्वर गहनों की शुद्धता की जांच के लिए आसान ऐप्स बनाई है। अब BIS ये अभियान हर राज्य में शुरू करना चाहता है। ज्वेलरी पर लाखों खर्च करने के बावजूद तुरंत शुद्धता का ख्याल बहुत कम लोगों को ही आता है। लेकिन ग्राहक के सामने ऐसे डिस्प्ले, होर्डिंग्स और स्टीकर होने पर जागरूकता बढ़ेगी।
बताते चलें कि भारत में बिकने वाले सभी गोल्ड जूलरी और आर्टिफैक्ट्स पर 6-डिजिट का HUID (हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन) हॉलमार्क होना जरूरी है। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) भारत में गोल्ड जूलरी को सर्टिफाई करने और हॉलमार्क देने वाली सरकारी एजेंसी है। ग्राहकों को असली हॉलमार्क की पहचान करने में मदद के लिए, BIS ने Apple App Store और Google Play Store पर BIS CARE ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप को इस्तेमाल करना काफी आसान है। इसके लिए बस गोल्ड जूलरी पर छपा HUID नंबर चाहिए। इसे इस ऐप में डालना होगा और तुरंत पता चल जाएगा कि जूलरी हॉलमार्क्ड है या नकली।
इस ऐप के ‘Complaints’ फीचर से आप खराब या सब-स्टैंडर्ड क्वालिटी, क्वालिटी के झूठे वादे या BIS सर्विसेज में कमी जैसी शिकायतें भी दर्ज कर सकते हैं। BIS ऐप किसी भी आइटम या प्रोडक्ट पर ISI, हॉलमार्क, और CRS रजिस्ट्रेशन की प्रामाणिकता भी चेक कर सकता है।