इंडिया में पेमेंट का तरीका बदलने में यूपीआई का बड़ा हाथ रहा है। इससे एक मोबाइल नंबर से दूसरे मोबाइल नंबर या एक यूपीआई आईडी से दूसरे यूपीआई आईडी पर पैसे भेजना बहुत आसान हो गया है। अब यूपीआई क्रेडिट लाइन आम आदमी की क्रेडिट की जरूरत पूरी करने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। आरबीआई की पहल से शुरू हुई यह सुविधा उन ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद है, जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है और जो पर्सनल लोन नहीं ले सकते।
यूपीआई क्रेडिट लाइन क्या है?
UPI Credit Line के लोन फैसिलिटी है जो एक बैंक एक कस्टमर को एप्रूव करता है। इसका फायदा UPI सर्विस ऑफर करने वाले ऐप के जरिए आसानी से उठाया जा सकता है। इनमें PhonePe, Google Pay, Paytm आदि शामिल हैं। ट्रेडिशनल लोन में बैंक पैसा लोन लेने के ग्राहक में क्रेडिट करते हैं। यूपीआई क्रेडिट लाइन में ग्राहक प्री-एप्रूव्ड क्रेडिट लिमिट से पैसे निकाल सकते हैं। फिर, यूपीआई के जरिए उसे वापस कर सकते हैं।
यूपीआई क्रेडिट लाइन आपको उस पैसे को इस्तेमाल करने की सुविधा देता है, जो आपका नहीं है। लेकिन, इसके लिए क्रेडिट कार्ड जरूरी नहीं है। यूपीआई क्रेडिट लाइन रेगुलेटेड बैंक ग्राहकों को ऑफर करते हैं।
अभी एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे कुछ बड़े बैंक यह सुविधा ऑफर कर रहे हैं। ये बैंक अपने टारगेटेट कस्टमर्स को यह सुविधा ऑफर करते हैं। इसके लिए आपका क्रेडिट स्कोर और रिकॉर्ड अच्छा होना जरूरी है। प्री-एप्रूव्ड का ऑफर आपके बैंक के ऐप या यूपीआई ऐप स्क्रीन पर दिखता है। क्रेडिट लाइन को ओपन करने के लिए यूजर्स को एक इलेक्ट्रॉनिक कंसेंट फॉर्म (Consent Form) भरना होता है। फिर, उसे एक्सेप्ट रीपेमेंट की शर्तें स्वीकार करनी पड़ती है। एप्रूवल के बाद क्रेडिट लाइन आपके यूपीआई-लिंक्ड के साथ दिखाई देगा।
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चूंकि यह एक शॉर्ट-टर्म क्रेडिट की सुविधा है तो बैंक सिर्फ उसी अमाउंट पर इंटरेस्ट चार्ज करता है, जिसका आप इस्तेमाल करते हैं। बैंक क्रेडिट लाइन के पूरे एप्रूव्ड अमाउंट पर इंटरेस्ट नहीं लेते हैं। इंटरेस्ट रेट और लोन की अवधि का फैसला बैंक करते है। हालांकि, इसमें आपके क्रेडिटट प्रोफाइल का बड़ा रोल होता है। कुछ बैंक आपको इंटरेस्ट-फ्री टाइमलाइन देते हैं, जबकि कुछ बड़े खर्च पर EMI से पैसे चुकाने की सुविधा देते हैं।