WhatsApp fraud: सावधान! QR कोड स्कैन करना WhatsApp यूजर्स को पड़ सकता है भारी, सरकारी एजेंसी ने जारी की एडवाइजरी

WhatsApp fraud: सरकारी एजेंसी I4C ने WhatsApp यूजर्स को चेतावनी दी है कि साइबर ठग QR कोड और मैसेज के जरिए आपके अकाउंट का एक्सेस ले सकते हैं। जिसके बाद आपके अकाउंट को म्यूल अकाउंट के तौर पर यूज किया जा सकता है। इसलिए यूजर्स को Linked Devices चेक कर लॉगआउट करना चाहिए।

अपडेटेड Nov 28, 2025 पर 3:46 PM
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सावधान! QR कोड स्कैन करना WhatsApp यूजर्स को पड़ सकता है भारी, सरकारी एजेंसी ने जारी की एडवाइजरी

WhatsApp fraud: आज के समय में WhatsApp का यूज ज्यादा बढ़ गया है। चैटिंग से लेकर फाइल ट्रांसफर तक सभी जरूरी काम इसी ऐप से किए जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आपके सोशल मीडिया ऐप्स पर हमेशा स्कैमर्स की नजर रहती है? अगर नहीं, तो सरकार की तरफ से जारी वॉर्निंग एडवाइजरी को ध्यान से पढ़ें। दरअसल, साइबर ठग अब एक ऐसे आसान ट्रिक से लोगों को लूट रहे हैं, जिसमें न कोई OTP लगता है, न कोई लिंक। बस एक WhatsApp मैसेज और आपका पूरा अकाउंट खतरे में।

इसी को देखते हुए गृह मंत्रालय की I4C एजेंसी ने एक अलर्ट जारी किया है और बताया है कि ठग तेजी से पैसे कमाने का लालच देकर लोगों का WhatsApp हाइजैक कर रहे हैं, और इस चक्कर में हजारों लोगों के बैंक अकाउंट खाली हो चुके हैं।

एडवाइजरी के मुताबिक, ऐसे अकाउंट्स को असल में किराए पर लिए गए 'म्यूल WhatsApp अकाउंट' के जैसे यूज किया जाता है। यहां तक कि आपके अकाउंट से दूसरे लोगों को शिकार तक बनाया जा सकता है।


स्कैमर्स WhatsApp पर भेजते हैं QR Code 

भारतीय गृह मंत्रालय की I4C एजेंसी ने बताया कि स्कैमर्स, यूजर्स का WhatsApp एक्सेस करने के लिए उन्हें एक QR कोड स्कैन करने के लिए भेजते हैं, जो असल में WhatsApp Web का QR कोड होता है। इसके लिए यूजर्स को मोटी कमाई का लालच भी दिया जाता है। जब कोई यूजर इस कोड को स्कैन कर लेता है, तो उसका सारा डेटा और WhatsApp का एक्सेस स्कैमर्स के पास चला जाता है। जिसके बाद वे आपके अकाउंट से लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं।

फर्जी ग्रुप में कर सकते हैं शामिल

जब साइबर ठगों को आपके WhatsApp का एक्सेस मिल जाता है, तब वो आपको कई ऐसे फेक इनवेस्टमेंट ग्रुप में शामिल कर देते हैं, जिससे आपके पास कई लालच भरे ऑफर्स आने लगते है। इनवाइट के जरिए भी लोगों को इस तरह के ग्रुप में शामिल किया जाता है। कई बार तो कुछ अकाउंट्स में सेलिब्रिटी के फोटोज का यूज किया जाता है।

म्यूल WhatsApp अकाउंट्स स्कैम में होते हैं यूज

I4C ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि म्यूल WhatsApp अकाउंट्स का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर स्कैम (फिशिंग, पेमेंट फ्रॉड, आगे म्यूल्स की भर्ती) चलाने के लिए किया जाता है। एक बार WhatsApp अकाउंट का एक्सेस मिलते ही साइबर ठगों की टीम उसका यूज फर्जी लिंक भेजने, कॉन्टैक्ट्स से पैसे मांगने और नए लोगों को इसी स्कैम में फंसाने में लग जाते हैं।

रिश्तेदारों के लिए खतरनाक

अगर आपके WhatsApp अकाउंट का एक्सेस गलती से भी किसी के पास पहुंच जाता है, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। साइबर ठग WhatsApp का यूज करके माता-पिता, भाई-बहन, रिश्तेदारों को आराम से अपने जाल में फंसा सकते हैं। उनसे पैसे मांग सकते हैं, या फिर OTP मांगकर बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं।

बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

फेक अकाउंट को आप बड़े आराम से पहचान सकते हैं। दरअसल, ज्यादातर ठग आपके WhatsApp पर सिंपल टास्क भेजते हैं और मोटी कमाई का लालच देते हैं। इसके अलावा, आपको इस टास्क को पूरा करने के लिए इमरजेंसी भी दिखाएंगे।

अगर गलती से या अनजाने में आपने WhatsApp Link के जरिए अपने डिवाइस को किसी और के लिए एक्सेस दे दिया है, तो इसे तुरंत हटाएं। इसके लिए:

  1. WhatsApp खोलें और Settings में जाएं।
  2. Linked Devices पर क्लिक करें और सभी सेशन चेक करें।
  3. अगर कोई अनजान या संदिग्ध लॉगइन नजर आए, तो उस पर टैप करके उसे लॉगआउट कर दें।

इस तरह आप अपने WhatsApp अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं।

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