फेस्टिव सेल में स्मार्टफोन नहीं खरीदा तो अब पछताइए, कंपनियों ने बढ़ा दिए दाम, सस्ते मोबाइल का दौर हुआ खत्म
Smartphone price hike India: जिन लोगों ने त्योहारी सीजन में नया स्मार्टफोन खरीदने या अपग्रेड करने का मौका गंवा दिया, अब उन्हें ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी, क्योंकि हैंडसेट ब्रांड्स ने कई लोकप्रिय मॉडलों की कीमतें बढ़ा दी हैं। उद्योग सूत्रों के अनुसार, मौजूदा मॉडलों के स्मार्टफोन की कीमतों में 2000 तक की बढ़ोतरी हुई है।
त्योहारी सेल में स्मार्टफोन नहीं खरीदा तो अब पछताइए, कंपनियों ने बढ़ा दिए दाम, सस्ते मोबाइल का दौर हुआ खत्म
Smartphone price hike India: जिन लोगों ने त्योहारी सीजन में नया स्मार्टफोन खरीदने या अपग्रेड करने का मौका गंवा दिया, अब उन्हें ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी, क्योंकि हैंडसेट ब्रांड्स ने कई लोकप्रिय मॉडलों की कीमतें बढ़ा दी हैं। उद्योग सूत्रों के अनुसार, मौजूदा मॉडलों के स्मार्टफोन की कीमतों में 2,000 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि आने वाले प्रीमियम फोन की कीमतों में 6,000 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि कीमतों में बढ़ोतरी का यह ताजा दौर, जो त्योहारी सीजन के तुरंत बाद आ रहा है- मेमोरी कंपोनेंट की बढ़ती कीमतों, सप्लाई चेन में दबाव और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये के कमजोर होने के कारण है। उन्होंने कहा कि मिड-रेंज और लो-रेंज स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल मेमोरी चिप्स की सप्लाई कम हो रही है, क्योंकि कंपनियां प्रोडक्शन में कटौती कर रहे हैं और क्षमता को हाई-बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) कंपोनेंट्स बनाने में लगा रही हैं।
चीनी ब्रांड्स ने बढ़ोतरी की शुरुआत की
रिटेल चैनलों की जांच से पता चला है कि चीनी हैंडसेट निर्माता Oppo, Vivo, Samsung और Xiaomi ने पहले ही अपने लोकप्रिय स्मार्टफोन्स की कीमतें बढ़ा दी हैं। जबकि OnePlus, Motorola, Realme भी इसी हफ्ते के अंदर दाम बढ़ाने का फैसला कर सकती है।
Oppo ने अपने F31 (8GB/128GB और 8GB/256GB) वेरिएंट की कीमतों में 1,000 रुपये प्रति वेरिएंट और रेनो14 और रेनो14 प्रो मॉडल की कीमतों में सभी स्टोरेज विकल्पों में 2,000 रुपये की बढ़ोतरी की है, जो 2 नवंबर से लागू है।
Oppo ने अपने रिटेल पार्टनर्स को भेजे मैसेज में कहा "ग्लोबल सप्लाई और मांग में चल रहे बदलावों को देखते हुए, चिप्स और मेमोरी कंपोनेंट्स की कीमतें अगस्त 2025 से लगातार बढ़ रही हैं। मेमोरी सप्लाई में निरंतर कमी ने इस स्थिति को और बढ़ा दिया है। इंडस्ट्री रिपोर्ट्स के अनुसार, चिप्स, मेमोरी और अन्य प्रमुख कच्चे माल की कीमतें 2026 के अंत तक ऊपर की ओर बनी रहने की उम्मीद है।
कंपनी ने आगे कहा, "हम अपने ग्राहकों को हाई-क्वालिटी वाले प्रोडक्ट्स और सेवाएं लगातार उपलब्ध कराते रहें और अपने बिजनेस पार्टनर्स के हितों की रक्षा कर सकें, इसके लिए हमने हालात की समीक्षा की है और 4 नवंबर 2025 से कुछ मॉडलों की कीमतों में बदलाव करने का फैसला किया है।”
भारत की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Vivo ने भी अपने T4 Lite और T4x मॉडल के अलग-अलग RAM और स्टोरेज वेरिएंट की कीमतों में लगभग 500 रुपये प्रति वेरिएंट की बढ़ोतरी की है। इस बीच, देश के दूसरे सबसे बड़े ब्रांड Samsung ने अपने Galaxy A17 की कीमत में 500 रुपये की बढ़ोतरी की है और 1,000 रुपये का इन-बॉक्स चार्जर हटा दिया है, जिससे प्रभावी रूप से 1,500 रुपये की कीमत बढ़ गई है। यह जानकारी कंपनियों ने अपने रिटेल पार्टनर्स को दी है।
प्रीमियम मॉडल और महंगे होंगे
चीन की कंपनी Xiaomi, जिसने पहले 14C और A5 जैसे लोकप्रिय मॉडलों पर क्रमशः 300 रुपये और 200 रुपये की छूट दी थी, अब इस योजना को बंद कर दिया है। एक दूसरे रिटेलर ने कहा, "Xiaomi ने इन छूटों को आगे बढ़ाने की योजना बनाई थी, लेकिन जब अन्य कंपनियों ने अपने फोन की कीमतें बढ़ाईं, तो उसने यह ऑफर वापस ले लिया।”
रिटेलर ने आगे बताया कि Xiaomi अगले महीने अपनी नई नोट सीरीज लॉन्च करने की तैयारी कर रही है और इन अपकमिंग मॉडलों की कीमतें ज्यादा होने की उम्मीद है।
Xiaomi India के एक प्रवक्ता ने Moneycontrol से बातचीत में बताया कि इस समय चल रहे AI सुपर साइकिल की वजह से पूरी इंडस्ट्री में मेमोरी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर इनपुट कॉस्ट यानी उत्पादन की लागत बढ़ती रही, तो 2026 में और भी कंपनियां अपने स्मार्टफोन की कीमतें बढ़ा सकती हैं।
प्रवक्ता ने कहा “फिर भी, Xiaomi ऐसे कदम उठाएगी जिससे हमारे ग्राहकों पर सबसे कम असर पड़े और उन्हें पैसे का पूरा मूल्य मिलता रहे। हम अपने ‘ईमानदार कीमत’ (honest pricing) के सिद्धांत पर कायम हैं और बाजार में हो रहे बदलावों पर लगातार नजर रख रहे हैं ताकि यूजर्स को नई टेक्नोलॉजी का फायदा मिले, बिना किसी बड़े प्राइस इम्पैक्ट के।”
कंपनी ने यह भी बताया कि उसने इस महीने भारतीय ग्राहकों के लिए अपनी मौजूदा कीमतें बरकरार रखी हैं, ताकि उन्हें फिलहाल किसी तरह की अचानक बढ़ी हुई कीमतों का असर न झेलना पड़े, जबकि बाकी ब्रांड्स ने दाम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं।
सूत्रों ने बताया कि अपकमिंग प्रीमियम डिवाइसों- जिनमें Oppo की Find X9 सीरीज, Xiaomi की 17 सीरीज और Vivo की X300 सीरीज शामिल हैं- की कीमतों में भी बढ़ोतरी की जाएगी।
एक रिटेलर ने Moneycontrol को बताया कि "रनिंग प्रोडक्ट्स की बात करें तो, सभी ब्रांड नवंबर में कीमतों में बढ़ोतरी करेंगे। Oppo और Vivo ने कुछ मॉडलों के लिए ऐसा किया है और बाजार में अच्छा प्रदर्शन कर रहे अन्य मॉडलों के लिए भी ऐसा करना जारी रखेंगे। Realme और OnePlus भी शायद Vivo जैसे बड़े ब्रांड्स का फॉलो करेंगे। रिटेलिर ने कहा, " Motorola कुछ मॉडलों के लिए ऐसा करेगा, जबकि Samsung पहले ही एक मॉडल की कीमतें बढ़ा चुका है।"
एक उद्योग विशेषज्ञ ने कहा कि कंपोनेंट्स की बढ़ती कीमतों - जैसे मेमोरी, चिपसेट और डिस्प्ले- की वजह से आने वाले महीनों में हर प्राइस सेगमेंट के नए स्मार्टफोन्स को पहले से ज्यादा कीमत पर लॉन्च किया जाएगा।
Oppo, Vivo, Realme, Samsung, Motorola और OnePlus को भेजे गए सवालों का किसी भी कंपनी ने जवाब नहीं दिया।
फेस्टिव सीजन के बाद इन्वेंट्री बिल्ड-अप से दबाव बढ़ा
IDC India में चैनल रिसर्च की रिसर्च मैनेजर उपासना जोशी ने Moneycontrol को बताया कि स्मार्टफोन ब्रांड्स ने त्योहारी सीजन के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से भारी छूट और किफायती योजनाओं के जरिए शिपमेंट को काफी बढ़ाया है, जिससे 2025 की चौथी तिमाही में सामान्य से ज्यादा इन्वेंट्री बिल्ड-अप हो सकता है।
तीसरी तिमाही में ब्रांडों ने रिटेलर्स और ई-रिटेलरों को बड़ी मात्रा में सामान पहुंचाया, लेकिन ग्राहकों तक बिक्री उम्मीद से कम रही। उन्होंने कहा कि ग्राहकों की मांग प्रीमियम मॉडलों की ओर झुकी रही, जबकि बड़े पैमाने पर बाजार में बिक्री कम रही, जिससे रिटेलर्स के पास लोअर और मिड-रेंज मॉडल्स के अतिरिक्त स्टॉक बचे रहे।
जोशी ने कहा, "इन्वेंट्री की इस अधिकता के साथ-साथ कंपोनेंट्स की बढ़ती कीमतों, रुपए में उतार-चढ़ाव और कुल मिलाकर लागत के दबाव ने ब्रांडों के लिए स्टॉक खाली करना मुश्किल बना दिया है—जिससे कई ब्रांडों ने दिवाली के बाद कीमतें बढ़ा दी हैं।"
आईडीसी को अब उम्मीद है कि कैलेंडर वर्ष की अंतिम तिमाही, यानी 2025 की चौथी तिमाही में, 2025 की तीसरी तिमाही में मामूली बढ़त के बाद शिपमेंट में साल-दर-साल गिरावट देखी जाएगी, जिससे पूरे साल की कुल स्मार्टफोन शिपमेंट 150 मिलियन यूनिट्स से नीचे जा सकती है।
मुश्किलों के बावजूद जारी रहेगा प्रीमियम स्मार्टफोन का ट्रेंड
Counterpoint Research के रिसर्च डायरेक्टर तरुण पाठक ने Moneycontro को बताया कि कंपोनेंट की बढ़ती कॉस्ट हैंडसेट निर्माताओं की रणनीतियों पर असर डालेगी और उन्हें प्रीमियम सेगमेंट पर अधिक फोकस करने के लिए प्रेरित करेगी।
उन्होंने बताया कि कीमतों में बढ़ोतरी का असर कम कीमत वाले फोन पर कम, जबकि प्रीमियम फोनों पर ज्यादा दिखेगा, खासकर साल 2026 से। "2025 में, केवल दो महीने बचे हैं, और बाजार में मौजूदा इन्वेंट्री मौजूद है, लेकिन अगर यह 2026 में भी जारी रहता है, तो सप्लाई चेन के दबाव के कारण औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) अधिक होंगे, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी होगी।"
भारत में स्मार्टफोन शिपमेंट में साल-दर-साल (YoY) 5% की बढ़ोतरी वॉल्यूम में और 18% की बढ़ोतरी वैल्यू में दर्ज की गई है, जो स्थिर, वैल्यू-बेस्ड ग्रोथ की ओर बदलाव का संकेत है। Counterpoint के जुलाई-सितंबर के आंकड़ों के अनुसार, यह बढ़ोतरी त्योहारी बिक्री, मजबूत ऑनलाइन और ऑफलाइन कैंपेन, और आसान फाइनेंसिंग और ट्रेड-इन ऑफर के कारण हुई, जिसने यूजर्स को अपग्रेड करने के लिए प्रोत्साहित किया।
रिटेलर्स ने दी चेतावनी: आने वाले महीनों में बिक्री धीमी पड़ सकती है
रिटेलर्स का कहना है कि त्योहारी सीजन के बाद कीमतों में हुई बढ़ोतरी, भले ही उपभोक्ताओं के बीच सकारात्मक खरीदारी रुझान और जीएसटी कटौती जैसे कारक मौजूद हों, फिर भी बाजार की रफ्तार को धीमा कर सकती है और ग्राहक अपनी अगली खरीदारी को अगली ऑनलाइन सेल तक टाल सकते हैं।
एक अन्य रिटेलर ने Moneycontrol को बताया, "इसका नवंबर की बिक्री पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जो पहले से ही एक धीमा महीना है। नवंबर और दिसंबर में बिक्री के आंकड़े कम हो जाएंगे।"