रुपये में गिरावट से बढ़ सकती है iPhone 17 की कीमतें, शुरुआती कीमत पहुंच सकती है 86000 रुपये
अगर आप Apple का फोन खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए हो सकती है। दरअसल, Apple अपने iPhone 17 सीरीज को 9 सितंबर को लॉन्च करेगा, लेकिन भारतीय खरीदारों को लॉन्च के समय ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है क्योंकि कमजोर रुपये के चलते कीमतें बढ़ने का खतरा है।
रुपये में गिरावट से बढ़ सकती है iPhone 17 की कीमतें, शुरुआती कीमत पहुंच सकती है 86000 रुपये
अगर आप Apple का फोन खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए हो सकती है। दरअसल, Apple अपने iPhone 17 सीरीज को 9 सितंबर को लॉन्च करेगा, लेकिन भारतीय खरीदारों को लॉन्च के समय ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है क्योंकि कमजोर रुपये के चलते कीमतें बढ़ने का खतरा है। TechArc के अनुसार, बेस मॉडल की शुरुआती कीमत लगभग 86,000 रुपये होने की उम्मीद है।
बता दें कि 5 सितंबर को दोपहर के कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 88.3613 के नए निचले स्तर पर पहुंच गया। इसकी वजह शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों का पैसा निकालना और ट्रंप के टैरिफ का दबाव रहा।
TechArc के मुताबिक, भारत में आईफोन लॉन्च की कीमतें ज्यादातर रुपया-डॉलर विनिमय दर के अनुरूप रही हैं। यह संबंध आगे भी बना रहेगा। हालांकि, फर्क बस इतना होगा कि Apple, iPhone 17 का निर्माण शुरू से ही स्थानीय स्तर पर करेगा। जबकि पहले यह होता था कि पहले मॉडल को आयात किया जाता फिर घरेलू असेंबली शुरू होती थी।
TechArc के मुख्य विश्लेषक फैसल कावूसा ने कहा, Apple इस साल पूरी तरह से निर्मित इकाइयों का आयात करने से बच सकता है, लेकिन इसके प्रमुख पार्ट्स अभी भी विदेशों से आएंगे। ऐसे में इसकी लागत, मुद्रा के उतार-चढ़ाव से जुड़ी रहेगी। उन्होंने कहा, 2025 में रुपया पहले ही लगभग 5% गिर चुका है, इसलिए लॉन्च की कीमतें 86,000 रुपये को पार कर सकती हैं। मूल्य निर्धारण का रुझान इसी दबाव को दर्शाता है।
iPhone के बेस मॉडल की कीमत पिछले कुछ वर्षों में दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। शुरुआती जेनरेशन के iPhone का बेस मॉडल करीब 31,000 रुपये में मिलता था, लेकिन अब iPhone 16 की कीमत 79,900 रुपये हो गई है। यह बढ़ोतरी 1 डॉलर के मुकाबले 43.5 से गिरकर 83.7 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच गई है।
औसत देखें तो, iPhone की कीमतें सालाना 7.6% बढ़ी हैं, जबकि रुपये में 5.2% की गिरावट आई है। मुद्रा की कमजोरी को हटा दें, तो Apple की प्रभावी वार्षिक वृद्धि केवल 2.4% है, जो बिना किसी तेज वृद्धि के प्रीमियम स्थिति को बनाए रखने की Apple की पॉलिसी को दर्शाता है।
वहीं, कंपोनेंट की कीमतें भी दबाव बढ़ा रही है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट नील शाह ने हाल ही में Moneycontrol को बताया, "TSMC के 3nm चिप्स महंगे होते जा रहे हैं, इसलिए Apple को या तो अन्य जगहों पर लागत कम करनी होगी या कीमतें बढ़ानी होंगी, जैसा कि Samsung ने अपने फोल्डेबल डिवाइस के साथ किया था।"
उन्होंने आगे कहा कि Apple एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है, जहां एक तरफ बढ़ती इनपुट कॉस्ट है और दूसरी तरफ टैरिफ का दबाव, और अब उसे मजबूरी में वही रास्ता चुनना होगा जिसमें कम से कम नुकसान हो।
ऊंची कीमतों के बावजूद, भारत में Apple की कहानी स्थिर विकास की रही है। TechArc का अनुमान है कि आने वाले वर्षों में iPhone की बिक्री Apple को मार्केट शेयर वॉल्यूम के हिसाब से 12-15 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी दिला सकती है, जो एक दशक पहले केवल 1-1.5 प्रतिशत थी।
भारत में iPhone की बढ़ती डिमांड
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में Apple की भारत में बिक्री रिकॉर्ड 9 अरब डॉलर तक पहुंच गई, जो साल-दर-साल 13% की वृद्धि है। वहीं, Moneycontrol ने हाल ही में खुलासा किया है कि iPhone की बिक्री 2025 में बढ़कर 12.1 अरब डॉलर (1,00,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा) तक पहुंच सकती है, जो 2024 में 10.8 अरब डॉलर से ज्यादा है। इससे प्रीमियम स्मार्टफोन क्षेत्र में Apple की बढ़त और मजबूत हो गई है।
Canalys का अनुमान है कि 2025 तक 13.9 मिलियन यूनिट शिपमेंट होंगे, जिनकी कीमत 11.6 बिलियन डॉलर होगी, जबकि 2024 में 11.8 मिलियन यूनिट शिपमेंट होंगे, जिनकी कीमत 11.2 बिलियन डॉलर होगी।
हालांकि, कावूसा ने चेतावनी दी कि अगली विकास लहर शुरू होने से पहले, जब सालाना शिपमेंट 15 मिलियन यूनिट तक पहुंच जाएगा (संभवतः 2030 और 2033 के बीच), तब बिक्री स्थिर हो सकती है।
उन्होंने आगे कहा, फिलहाल, iPhone भारत में एक प्रीमियम फ्लैगशिप बना हुआ है। यह मास-मार्केट फोन नहीं है, लेकिन इसकी बढ़ती यूजर बेस के लिए यह हर रुपये के लायक माना जा रहा है।
चीन में विकास दर धीमी पड़ने के बावजूद, Apple भारत पर बड़ा दांव लगा रहा है। दूसरी तिमाही में, इसके सबसे बड़े विदेशी बाजार में बिक्री दो साल की गिरावट के बाद सिर्फ 4.4% बढ़ी।
भारत में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए, Apple ने इस हफ्ते बेंगलुरु और पुणे में नए स्टोर खोले हैं, और अगले साल नोएडा और मुंबई में भी स्टोर खोलने की योजना है।