आज के डिजिटल युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल हर जगह बढ़ता जा रहा है। स्कूल के बच्चों से लेकर ऑफिस के बड़े-बड़े काम तक AI टेक्स्ट लिखने में मदद कर रहा है। लेकिन जब आपको यह जानना हो कि कोई टेक्स्ट इंसान ने लिखा है या AI ने तो इसे पहचानना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, कुछ आसान ट्रिक्स और टूल्स की मदद से आप AI द्वारा लिखे गए कंटेंट को आसानी से पहचान सकते हैं।
पहली बात AI टेक्स्ट अक्सर इंसानी लेखन की तरह भावना या बारीक अंतर को नहीं पकड़ पाता। ऐसे टेक्स्ट्स में फ्रेमिंग काफी समान या दोहरावदार होती है। इसलिए किसी टेक्स्ट में अगर बार-बार एक जैसा पैटर्न या शब्द दिखाई दें तो उसे AI से लिखा गया हो सकता है।
दूसरे, कई ऑनलाइन टूल्स जैसे कि Copyleaks, GPTZero, Originality.ai और ZeroGPT हैं, जो AI टेक्स्ट को पकड़ने में मदद करते हैं। ये टूल्स टेक्स्ट के विभिन्न हिस्सों का विश्लेषण कर इंसानी और AI-जनरेटेड कंटेंट में अंतर कर सकते हैं। इनमें से कुछ टूल्स मुफ्त हैं, जबकि कुछ प्रीमियम फीचर्स के साथ आते हैं।
तीसरी महत्वपूर्ण बात है प्लैगरिज्म की जांच। AI कंटेंट में अक्सर दूसरे स्रोतों के टेक्स्ट के कॉपी कि हुए होते हैं, इसलिए प्लैगरिज्म डिटेक्शन टूल्स भी इस मामले में उपयोगी होते हैं। इन टूल्स की सटीकता बहुत ज्यादा होती है, जैसे Copyleaks 99% से अधिक सही परिणाम देता है। मगर यह ध्यान रखना जरूरी है कि कभी-कभी ये इंसानी लिखावट को भी गलत तरीके से AI मान सकते हैं इसलिए जांच करते समय संदिग्ध टेक्स्ट का विस्तार से विश्लेषण करना जरूरी है।
इससे बचने के लिए लेखक को चाहिए कि वे अपने कंटेंट में खुद की आवाज और शैली बनाए रखें, ताकि उसका कन्फ्यूजन न हो। लिखने वालों के लिए यह भी जरूरी है कि वे अपनी कंटेंट को खूब सोच-समझकर लिखें ताकि वह नेचुरल लगे।