टाटा मोटर्स ने अपने इलेक्ट्रिक SUV, हेरियर EV के नए विज्ञापन के जरिए गड्ढों से भरी सड़क को ‘परफेक्ट रोड’ बताकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर यह विज्ञापन वायरल होते ही लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दीं। कुछ ने इसे क्रिएटिव मार्केटिंग का उदाहरण बताया तो कईयों ने इसे भारत के खराब सड़क नेटवर्क का मजाक उड़ाने वाला कदम कहा।
विज्ञापन में जहां हेरियर EV की ऑफ-रोडिंग क्षमताओं को उजागर किया गया है, वहीं इसके बैकग्राउंड में टूटी-फूटी सड़क, जो गड्ढों से भरी है, दिखाई गई है। टैगलाइन में इस गड्ढेदार सड़क को “परफेक्ट रोड फॉर हेरियर EV” कहा गया है। यह कदम टाटा की उस कोशिश का हिस्सा है जिसमें SUV की छह अलग-अलग ऑफ-रोडिंग मोड और ऑफ-रोड क्रूज असिस्ट जैसी विशेषताओं को उपभोक्ताओं के सामने पेश किया जा रहा है।
नेटिजन्स की प्रतिक्रियाएं इस विज्ञापन को लेकर मिली-जुली हैं। एक यूजर ने इसे ‘पॉथोल मार्केटिंग’ कहकर भारत की सड़क व्यवस्था पर कटाक्ष किया। वहीं दूसरे ने कंपनी की मार्केटिंग रणनीतियों को ‘सस्ता प्रचार’ करार देते हुए कहा कि इससे टाटा की छवि खराब हो सकती है। हालांकि कई लोगों ने इसे एक चतुर और साहसिक मार्केटिंग चाल माना है।
कुछ यूजर्स ने इसे भारत की वैशिष्ट्य बताकर प्रेरणा की तरह लिया और कहा कि टाटा अपने EV की सस्पेंशन क्षमता को ऐसे अनोखे तरीके से दिखा रहा है जैसे गाड़ियों को चंद्रमा की सतह पर चलाने जैसा अनुभव देगा। वहीं एक अन्य यूजर ने भी कहा, “यह है असली भारतीय मार्केटिंग जीनियस!”
इस विज्ञापन से साफ होता है कि टाटा मोटर्स ने भारत की सड़कों की बेचैनी को अपनी ताकत में बदलने की कोशिश की है, जिससे उनके वाहन की ऑफ-रोडिंग क्षमता पर जोर दिया गया है। यह विवादित विज्ञापन सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है, जहां इसे लेकर लोग मजाकिया टिप्पणियां भी कर रहे हैं और आलोचना भी।
इस पूरे मामले में टाटा मोटर्स की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन यह स्पष्ट है कि भारतीय सड़कों की खराब हालत अब न केवल आम लोगों की समस्या बनी है बल्कि बड़ी कंपनियों की मार्केटिंग रणनीतियों का भी हिस्सा बन गई है।