धनतेरस हिंदू धर्म में धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व होता है, जिससे घर में सुख-शांति और धन वृद्धि होती है।
धनतेरस की रात को पूजा-अर्चना के बाद सात गोमती चक्र लाल कपड़े में बांधकर पूजा स्थल पर रखना शुभ माना गया है। ये चक्र मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, यम देवता के नाम से जलाया गया दिया जिसमें एक सिक्का डाला गया हो, धन-संपत्ति को बढ़ावा देता है। इस सिक्के को खर्च न करना चाहिए, क्योंकि इस उपाय से परिवार में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
अगर धन या आर्थिक स्थिति में रुकावट है, तो पूजा के दौरान आरती में दो लौंग डालना लाभकारी रहता है। माना जाता है कि इससे अटका हुआ पैसा भी वापस आता है। कुबेर यंत्र की स्थापना से घर और कार्यस्थल में धन-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। केसर व हल्दी में रंगी हुई 11 कौड़ियां मां लक्ष्मी को अर्पित करना भी शुभ फलों वाला उपाय है।
धनतेरस की पूजा के दौरान घर की सफाई, दीप जलाना और धन-सम्बंधित वस्तुओं की पूजा से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इससे घर की खुशहाली और समृद्धि बनी रहती है। यह पर्व मात्र खरीददारी का दिन नहीं, बल्कि आरोग्य, सौभाग्य और समृद्धि का भी संदेश देता है। इस दिन की गई पूजा और उपाय पूरे वर्ष शुभ प्रभाव डालते हैं, जिससे परिवार को आर्थिक और मानसिक दोनों रूपों में लाभ होता है।
इस प्रकार, धनतेरस के दिन किए जाने वाले ये सरल, लेकिन प्रभावशाली उपाय मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा दिलाकर आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि की नई रोशनी लेकर आ सकते हैं। पूजा के साथ साथ पूरी श्रद्धा और सावधानी से इन उपायों को अपनाएं और धनतेरस की खुशियों को दोगुना करें।