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पाकिस्तानी PM की फिर हुई फजीहत! ट्रंप की तारीफ में जुटे थे शहबाज शरीफ, तभी अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को लेकर पूछा ये सवाल

बता दें कि, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ठीक पीछे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खड़े थे, लेकिन शहबाज शरीफ के हावभाव बिल्कुल ऐसे थे जैसे वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ना हो, अमेरिकी कैबिनेट के मंत्री या सांसद हो जिनका काम बस राष्ट्रपति ट्रंप को खुश करना हो

अपडेटेड Oct 14, 2025 पर 7:32 AM
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मिस्र के शहर शर्म अल शेख में गाजा शांति समझौते के दौरान ट्रंप ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की।

मिस्र के शहर शर्म अल शेख में गाजा शांति समझौते पर हस्ताक्षर के पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने करीब आधे घंटे का संबोधन किया। अपने संबोधन में ट्रंप ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को महान देश बताया और पीएम मोदी को अपना अच्छा दोस्त कहा। ट्रंप के भाषण के दौरान यहां एक हैरान कर देने वाली पल भी देखने को मिला। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने भाषण के बीच में अचानक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर मुड़कर कहा, “क्या आप कुछ कहना चाहेंगे?”

ट्रंप ने कही ये बात 

ट्रंप ने आगे मुस्कुराते हुए कहा, “वही कहिए जो आपने कुछ दिन पहले मुझसे कहा था।” उनकी इस बात पर वहां मौजूद नेता कुछ क्षण के लिए चुप रह गए, क्योंकि यह एक अप्रत्याशित और अचानक किया गया सवाल था।ल इससे पहले, ट्रंप गाजा में युद्धविराम और क्षेत्र में शांति बहाल करने के प्रयासों पर बोल रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और, जैसा कि उन्होंने मजाकिया अंदाज़ में कहा, “पाकिस्तान के अपने पसंदीदा फील्ड मार्शल” का भी धन्यवाद किया। ट्रंप की इस टिप्पणी ने माहौल को कुछ हल्का बना दिया, लेकिन साथ ही वहां मौजूद सभी नेताओं को थोड़ी देर के लिए चौंका भी दिया।


बता दें कि, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के ठीक पीछे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खड़े थे, लेकिन शहबाज शरीफ के हावभाव बिल्कुल ऐसे थे जैसे वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ना हो, अमेरिकी कैबिनेट के मंत्री या सांसद हो जिनका काम बस राष्ट्रपति ट्रंप को खुश करना हो।

पाकिस्तानी पीएम ने बांधे ट्रंप के तारीफों के पूल

मंच पर आते ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने पांच मिनट के भाषण में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खूब तारीफ की। उन्होंने ट्रंप को “शांति पुरुष” कहते हुए कहा, “आज का दिन आधुनिक इतिहास के सबसे खास दिनों में से एक है, क्योंकि लंबे समय की मेहनत के बाद शांति स्थापित हुई है।” शहबाज शरीफ ने आगे कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में किए गए ये प्रयास वाकई सराहनीय हैं। उन्होंने बीते महीनों में दिन-रात मेहनत कर दुनिया को एक शांतिपूर्ण और समृद्ध जगह बनाने की कोशिश की है। उनके समर्पण और दृढ़ता ने यह संभव किया है।”

नोबेल पुरस्कार की फिर की मांग

शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में बताया कि उनकी सरकार पहले ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम अंतरराष्ट्रीय मान्यता के लिए आगे बढ़ा चुकी है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया था, क्योंकि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने और अपनी शानदार टीम के साथ युद्धविराम कराने में असाधारण योगदान दिया है।” पाकिस्तानी ने अपने संबोधन में दोबारा इस समर्थन को दोहराते हुए कहा, “मैं एक बार फिर इस महान राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करना चाहता हूं। मेरा मानना है कि वे इस सम्मान के सबसे योग्य उम्मीदवार हैं, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ दक्षिण एशिया में शांति कायम की और लाखों लोगों की जान बचाई, बल्कि अब गाजा में भी शांति स्थापित कर रहे हैं और पूरे मध्य पूर्व में करोड़ों लोगों को सुरक्षित जीवन देने की दिशा में काम कर रहे हैं।”

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