China on US Sanctions: चीन ने अमेरिका की तरफ से लगाए गए ताजा पाबंदी और ट्रेड रेस्ट्रिक्शन पर सख्त नाराजगी जताई है। चीन ने कहा है कि वो अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। बीजिंग का ये कमेंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के चीनी आयात पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी के बाद आया है। एक पोस्ट में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “चीन अमेरिका द्वारा लगाए गए हालिया प्रतिबंधों का कड़ा विरोध करता है और अपने हितों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम जरूर उठाएगा।”
चीन के विदेश मंत्रालय कि “चीन पर ऊंचे टैरिफ लगाने की धमकी देना उससे निपटने का सही तरीका नहीं है।” साथ ही उन्होंने वाशिंगटन से अपील की कि वह अपने रुख में बदलाव करे और दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच हाल ही में हुई फोन बातचीत में बनी सहमति के अनुसार कार्य करे। लिन ने आगे कहा कि “दोनों देशों को बातचीत के माध्यम से एक-दूसरे की चिंताओं का समाधान करना चाहिए। मतभेदों को समानता, आपसी सम्मान और पारस्परिक लाभ के आधार पर सुलझाकर ही द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर, मजबूत और टिकाऊ बनाया जा सकता है।”
दोनों देशों में बढ़ा तनाव
यह बातचीत तब हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी आयातों पर 100 फीसदी नए टैरिफ लगाने की धमकी दी, जिससे वाशिंगटन और बीजिंग के बीच फिर से तनाव बढ़ गया। इसके जवाब में चीन ने साफ कहा कि अगर अमेरिका ऐसा कदम उठाता है, तो वह भी जवाबी कार्रवाई करने में पीछे नहीं रहेगा। ANI के मुताबिक, चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “चीन पर ऊंचे टैरिफ लगाने की धमकी देना बातचीत का सही तरीका नहीं है।” उन्होंने आगे चेतावनी दी कि अगर अमेरिका एकतरफा कदम उठाता रहा, तो चीन अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए सख्त कार्रवाई करेगा। चीन ने कहा कि “टैरिफ युद्ध पर हमारा रुख साफ है - हम इसे नहीं चाहते, लेकिन इससे डरते भी नहीं हैं।” पिछले हफ्ते चीन द्वारा दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है, जिससे महीनों से चल रही व्यापार वार्ता रुकने के खतरे में पड़ गई है।
तनाव को कम करने की कोशिश में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सराहना की। ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “चीन को लेकर चिंता मत करें, सब ठीक हो जाएगा! आदरणीय राष्ट्रपति शी जिनपिंग हाल ही में एक कठिन दौर से गुज़रे हैं। वह अपने देश में मंदी नहीं चाहते, और न ही मैं ऐसा चाहता हूँ। अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, उसे नुकसान नहीं पहुँचाना चाहता!” व्हाइट हाउस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “यह यकीन करना मुश्किल है कि चीन ने ऐसा कदम उठाया है, लेकिन उन्होंने वाकई ऐसा किया — और अब बाकी सब इतिहास है। इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!”