Iran-Israel War: ईरान और इजराइल के बीच चल रहा तनाव अब नौवें दिन में पहुंच गया है। इस दौरान हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इस जंग में ईरान में अब तक 400 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है। दोनों ही देश एक दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं। ईरान ने कहा कि इजरायल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से ही 400 लोगों की मौत हो गई। इस बीच ईरान से लोगों को निकलना जारी है।
दोनों देशों के बीच जारी सैन्य हमलों और हिंसा के चलते अंतरराष्ट्रीय चिंता भी बढ़ती जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र ने इस संकट को रिफ्यूजी संकट की चेतावनी के रूप में देखा है। वहीं, ईरान ने भारत सहित कई देशों से अपील की है कि वे इजराइल की कार्रवाई की आलोचना करें। युद्ध जैसे हालातों के बीच क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है।
इजरायल और ईरान के बीच तनाव के बीच इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने शुक्रवार रात को एक बड़ा सैन्य हमला करते हुए ईरान के इस्फहान स्थित न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाया। इसके साथ ही IDF ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े ठिकानों पर भी हमले किए। यह कार्रवाई ईरान की ओर से इजरायल पर रातभर हुए ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में की गई है।
तनाव के बीच खामेनेई, बंकर में शिफ्ट
इजराइल और ईरान के बीच जारी तनाव के बीच इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा है कि उसके लड़ाकू विमान इस समय दक्षिण-पश्चिमी ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमले कर रहे हैं। IDF ने अपने आधिकारिक बयान में इसे "सैन्य बुनियादी ढांचे" पर कार्रवाई बताया है। इस बीच, लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने खुद को एक सुरक्षित बंकर में शिफ्ट कर लिया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तीन वरिष्ठ मौलवियों के नाम संभावित उत्तराधिकारी के रूप में तय कर दिए हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि खामेनेई ने हाल ही में इजराइली हमलों में मारे गए अपने शीर्ष सैन्य अधिकारियों की जगह लेने के लिए नए नामों का चयन भी शुरू कर दिया है। पहले चल रही अटकलों के विपरीत, ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि खामेनेई के बेटे मोजतबा को उत्तराधिकारी के रूप में नहीं चुना गया है। इसके अलावा, खामेनेई को इस बात की पूरी आशंका है कि इज़राइल या अमेरिका की ओर से उन पर हत्या का खतरा मंडरा सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि खामेनेई ऐसी स्थिति में अपनी मौत को "शहादत" मानते हैं और उसे गर्व की बात समझते हैं। ईरान और इजराइल के बीच चल रहे इस सैन्य संघर्ष से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस पर गंभीर चिंता जता रहा है।
इजराइल ने ईरान के तीन बड़े कमांडरों को मार गिराया
इजराइली सेना ने कहा है कि उसने ईरान के तीन वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को एयर स्ट्राइक में मार गिराया है। इनमें एक ऐसा कमांडर भी शामिल है जो हमास के साथ सैन्य समन्वय के लिए जिम्मेदार था। इजराइली सेना के मुताबिक, लड़ाकू विमानों ने ईरान के कोम शहर के पास हमला किया, जिसमें सईद इज़ादी की मौत हो गई। वह ईरान के कुद्स फोर्स की फिलिस्तीन यूनिट के प्रमुख थे। साथ ही वह ईरानी सरकार और हमास के बीच एक अहम कड़ी के रूप में काम कर रहे थे। बता दें कि कुद्स फोर्स, ईरान की आईआरजीसी (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) की विदेशी शाखा है।
शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इजराइल के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि सईद इज़ादी के अलावा दो और ईरानी कमांडरों - बेहनम शाहरियारी और अमीनपुर जुदाकी की भी मौत हुई है। ये दोनों भी उसी हमले में मारे गए हैं। सेना का दावा है कि इन सभी कमांडरों का सीधा संबंध फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के साथ था और वे क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में लगे हुए थे।इस हमले के बाद ईरान और इजराइल के बीच पहले से चल रहे तनाव में और बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस घटना को लेकर चिंता बढ़ गई है।