Italy Ban Burqa-Niqab: इटली सरकार देश भर में बुर्के और नकाब पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रही है। इटली की सत्तारूढ़ पार्टी ने देश भर में सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का एवं नकाब से चेहरा और शरीर ढकने पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पेश किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रतिबंध के तहत दुकानों, स्कूलों और दफ्तरों समेत सभी सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकने वाले कपड़े पहनने पर रोक होगी। जॉर्जिया मेलोनी सरकार ने कहा है कि प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर 300 से 3000 यूरो यानी लगभग 3 से 30 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जाएगा।
इटली की सत्तारूढ़ Brothers of Italy पार्टी ने इसे "इस्लामी अलगाववाद" से निपटने के उद्देश्य से एक कारगर उपाय बताया है। पार्टी के एक सांसद ने कहा, "धार्मिक स्वतंत्रता पवित्र है, लेकिन इसका प्रयोग खुले तौर पर हमारे संविधान और इतालवी राज्य के सिद्धांतों का पूरा सम्मान करते हुए किया जाना चाहिए।"
इटली की सत्तारूढ़ ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी ने बुधवार (8 अक्टूबर) को देश भर के सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का और नकाब से चेहरा और शरीर ढकने पर बैन लगाने के लिए एक विधेयक पेश किया। प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की पार्टी ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर इस्लामी चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगाने वाला एक विधेयक पेश किया।
विधेयक में स्कूल, विश्वविद्यालय, दुकानें, कार्यकाल और अन्य सभी सार्वजनिक स्थानों पर चेहरे को पूरी तरह ढकने वाले कपड़ों पर रोक लगाने का स्पष्ट उल्लेख है। मेलोनी सरकार ने दावा किया है कि यह कदम इटली की सामाजिक एकजुटता को मजबूत करेगा। साथ ही सांस्कृतिक अलगाववाद को जड़ से समाप्त करेगा।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मेलोनी की पार्टी के तीन सांसदों द्वारा पेश इस विधेयक में देश भर के सभी सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, विश्वविद्यालयों, दुकानों और कार्यालयों में चेहरा ढकने वाले कपड़ों पर प्रतिबंध लगाने की अपील की गई है।
इससे पहले फ्रांस पहला यूरोपीय देश बना था जिसने 2011 में सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनने पर पूर्ण बैन लगाया था। दुनिया में 20 से अधिक देशों ने सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का तथा अन्य पूर्ण-चेहरे को ढकने वाले वस्त्रों पर किसी न किसी रूप में प्रतिबंध लागू कर दिया है। इनमें ऑस्ट्रिया, ट्यूनीशिया, तुर्की, श्रीलंका और स्विट्जरलैंड शामिल हैं।