फ्रांस की एनर्जी कंपनी टोटल एनर्जीज एसई (TotalEnergies SE) ने अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) की क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स में 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है। इसके साथ ही कंपनी में वैश्विक निवेशकों का कुल निवेश बढ़कर 1.63 अरब डॉलर या करीब 14000 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी के नजदीकी सूत्रों ने यह जानकारी दी। बीते शुक्रवार को अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर 0.97 फीसदी की गिरावट के साथ 1,013.50 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं।
टोटल की ज्वाइंट वेंचर में 50% हिस्सेदारी
टोटल ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि नई ज्वाइंट वेंचर फर्म में उसकी 50 फीसदी हिस्सेदारी होगी, जबकि बाकी हिस्सेदारी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) के पास होगी। ज्वाइंट वेंचर के पास 1050 मेगावाट का पोर्टफोलियो होगा, जिसमें 300 मेगावाट की ऑपरेशनल कैपिसिटी पहले से है, 500 मेगावाट की क्षमता अंडर कंस्ट्रक्शन है और 250 मेगावाट की क्षमता विकास के विभिन्न चरण में है। इनमें सोलर और विंड एनर्जी दोनों शामिल हैं।
टोटल के पास पहले ही AGEL में 19.7 फीसदी हिस्सेदारी है। इसका AGEL के साथ एक अन्य ज्वाइंट वेंचर भी है, जिसे AGE23L कहते हैं। इसका पोर्टफोलियो 2,353 मेगावाट का है। सूत्रों ने कहा कि AGEL अदाणी पोर्टफोलियो के भीतर एक कंपनी है, जिसने पिछले कुछ महीनों में कई निवेशकों को आकर्षित किया है। इनमें टोटल, जीक्यूजी कैपिटल पार्टनर्स और कतर निवेश प्राधिकरण शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इन तीनों निवेशकों ने अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद आकर्षक वैल्यूएशन का लाभ उठाते हुए पिछले कुछ महीनों में 1.63 अरब डॉलर या करीब 14,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को गलत बताया है।
जीक्यूजी पार्टनर्स की AGEL में 6.8% हिस्सेदारी
जीक्यूजी पार्टनर्स ने AGEL में 6.8 प्रतिशत हिस्सेदारी ली है, जबकि QIA ने 2.7 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है। IHC इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी के पास 1.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सूत्रों ने कहा कि भारत अब रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में लीडर है, जहां दर्जनों सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स निर्माण के विभिन्न चरण में हैं। अदाणी अपनी मजबूत एग्जीक्यूशन कैपिसिटी क्षमता और बेहतर रिकॉर्ड के साथ भारत में सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादक होने के नाते बेहद अच्छी स्थिति में है।