'Income Tax' शब्द लगभग हर टैक्सपेयर्स के दिमाग में कभी न कभी आता है। हालांकि, पहली बात जो हम सोचते हैं वह यह है कि हम अपनी इनकम पर अधिकतम टैक्स कैसे बचा सकते हैं। एक नौकरीपेशा व्यक्ति के रूप में, जब कोई व्यक्ति अधिकतम टैक्स स्लैब में होता है, तो उसे सालाना काफी ज्यादा टैक्स चुकाना होता है। हालांकि, कुछ तरकीबों का इस्तेमाल करके टैक्सपेयर्स अपना टैक्स बचा सकते हैं। काफी लोगों को इनके बारे में बहुत कम जानकारी होने के कारण, टैक्सपेयर्स अक्सर अपनी मेहनत की कमाई का बड़ा हिस्सा टैक्स में चुका देते हैं। यदि ठीक से कैलकुलेशन की जाए अगर कोई व्यक्ति होम लोन लेते हैं, कंपनी से एनपीएस का फायदा उठाते हैं, तो उन्हें टैक्स में से कुछ पैसा बचाने में मदद मिल जाती है।
1. नौकरीपेशा को सेक्शन 80CCD(2) के तहत राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत लाभ लेना चाहिए, जिसमें उनकी बेसिक सैलरी का 10 प्रतिशत उसकी ओर से एनपीएस में डाला जाएगा और पूरी तरह से टैक्स-मुक्त है। उदाहरण के लिए यदि कोई कंपनी हर महीने एनपीएस में लगभग 5,000 रुपये डालती है, तो टैक्स लगभग 13,000 रुपये कम हो जाएगा।
2. इसके अलावा होम लोन लेने से टैक्स कम करने में मदद मिल सकती है। उदाहरण के लिए 7 प्रतिशत की ब्याज दर पर 20 सालों के लिए 25,00,000 रुपये के लोन के लिए उसे 1.5 लाख रुपये के सालाना ब्याज के साथ 20,000 रुपये की ईएमआई का पेमेंट देनाहोगा। टैक्सपेयर्स होमलोन पर चुकाए इंटरेस्ट और प्रिंसिपल पर टैक्स बेनेफिट मिलता है।
3. इसके अलावा ट्रांसपोर्ट अलाउंस और एलटीए जैसे भत्तों पर टैक्स छूट पा सकते हैं।