वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा है कि सरकार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) समेत तमाम ब्लूचिप पीएसयू कंपनियों (blue-chip PSUs) में विनिवेश से परहेज नहीं है। नेटवर्क18 के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सरकार अहम पब्लिक सेक्टर कंपनियों में माइनरिटी स्टेक (50 पर्सेंट से कम) रखने के खिलाफ नहीं है।
नेवटर्क18 (Network18) के एडिटर इन चीफ राहुल जोशी से बातचीत में सीतारमण ने यह बात कही। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार SBI और ONGC समेत महत्वपूर्ण पीएसयू कंपनियों में 49 पर्सेंट या इससे कम हिस्सेदारी रखने के आइडिया पर सहमत है, उनका कहना था कि हां, बिल्कुल।
सीतारमण ने कहा, 'डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) ने धीरे-धीरे सरकार के काफी शेयरों को मार्केट में रिलीज किया है, ताकि प्राइवेट इकाइयां इन शेयरों को हासिल कर सकें।' डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के पास विनिवेश की जिम्मेदारी होती है। हाल के वर्षों में सरकार का विनिवेश अभियान पर काफी जोर है और उसने कई कंपनियों की अपनी हिस्सेदारी बेची है। हालांकि, सरकार ने कंट्रोलिंग स्टेक सिर्फ एयर इंडिया में बेचा है। एयर इंडिया (Air India) को टाटा ग्रुप (Tata Group) ने खरीदा है।
PSUs की वैल्यूएशन को बढ़ाने की कोशिश
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार पब्लिक सेक्टर कंपनियों (PSUs) की वैल्यूएशन बढ़ाने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी। उनके मुताबिक, सरकारी कंपनियां आम तौर अपने प्राइवेट समकक्षों के मुकाबले डिस्काउंट पर कारोबार करती रही हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह गैप कम हुआ है। सीतारमण ने कहा, ' हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि वैल्यूएशन को ऊपर रखा जाए। अगर आप बाजार में लिस्टेड पब्लिक सेक्टर कंपनियों और उनकी वैल्यूएशन को देखें, तो इससे उनकी बेहतर स्थिति का पता चलता है। शेयरों की कीमत में बढ़ोतरी हुई और डिविडेंड भी पहले के मुकाबले काफी बेहतर हुआ है।'