ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली के सभी नौ ग्रह कुछ अंतराल पर अपनी स्थिति बदलते हैं। ग्रहों के एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है, जो किसी के लिए शुभ फलदायी, तो किसी के लिए नकारात्मक या कम प्रभावकारी होता है। कई बार दो ग्रह भी एक ही राशि में आ जाते हैं। इसका असर भी सभी राशियों पर होता है।
ऐसा ही कुछ अगले महीने यानी 15 सितंबर को कन्या राशि में होने जा रहा है। प्रेम, सौंदर्य और भौतिक सुखों का कारक शुक्र ग्रह की कन्या राशि में पापी और छाया ग्रह केतु के साथ युति बनने जा रही है। इसका असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। लेकिन तीन राशियां ऐसी हैं, जिन पर इस युति का सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। इन लोगों को नई नौकरी, धन-शोहरत और विदेश यात्रा का मौका भी मिल सकता है।
इस राशि के जातकों के लिए शुक्र और केतु की युति शुभ फल देने वाली होगी। यह युति इस राशि के जातकों के नौवें स्थान पर बनेगी। इससे इनका भाग्योदय हो सकता है। इसके प्रभाव से इनका बैंक बैलेंस बढ़ेगा और धन और करियर में तरक्की के योग बनेंगे। अपना कारोबार कर रहे जातकों को निवेश से बड़ा लाभ हो सकता है। इस राशि के छात्रों प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है। धार्मिक कार्यों में शामिल होने का मौका मिलेगा और समाज मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी।
शुक्र और केतु की युति इस राशि के जातकों के कर्म स्थान पर होगी, जिससे इन्हें अपार सफलता मिल सकती है। यह संयोग वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुभ फल देने वाला सिद्ध होगा। इस दौरान अपना प्रोफेशन या कारोबार में लगे लोग खूब तरक्की करेंगे। विदेश यात्राओं से उन्हें लाभ हो सकता है। नौकरी करने वाले लोगों को इस युति से ऑफिस में मान-सम्मान बढ़ेगा और तरक्कती के मौके बनेंगे। साथ ही उन्हें मनचाही जगह पर काम करने का मौका मिल सकता है।
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