रक्षा बंधन का त्योहार आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज का दिन भाई-बहन के प्रेम के नाम समर्पित होता है। इस बार का त्योहार कई मायनों में खास है। एक तो इस बार त्योहार पर भद्रा का साया नहीं है। दूसरे, इस बार कई शुभ संयोग त्योहार के साथ बनने से ये और भी खास हो गया है। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार इस बार राखी के दिन शनि, बुध और राहु-केतु एकसाथ वक्री रहने वाले हैं। मीन राशि में शनि वक्री हैं, कर्क राशि में बुध वक्री रहेंगे, कुंभ राशि में राहु और सिंह राशि में केतु वक्री रहेंगे।
इसके अलावा बुधादित्य राजयोग, गजलक्ष्मी राजयोग, सौभाग्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। बुधादित्य योग सूर्य और बुध की कर्क राशि में युति से, गजलक्ष्मी योग गुरु और शुक्र की मिथुन राशि में युति से बन रहा है। वहीं, चंद्रमा मकर राशि में होने से सौभाग्य और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। ये योग धन, बुद्धि, सफलता, सौभाग्य और सम्मान देने वाले हैं। यह संयोग वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ माना जा रहा है।
ज्योतिषीय दृष्टि से इस साल रक्षाबंधन का त्योहार बहुत है, क्योंकि करीब 24 वर्षों बाद एक साथ चार दुर्लभ योग बन रहे हैं। इसके अलावा, त्योहार का सबसे बड़ा डर यानी भद्रा काल इस बार 9 अगस्त को सूरज निकलने से पहले ही खत्म हो चुका होगा। सावन पूर्णिमा पर भद्रा 8 अगस्त को दोपहर 02.12 बजे से 9 अगस्त को देर रात 01.52 बजे तक रहेगी।
ग्रहों का ऐसा दुर्लभ संयोग कई सालों बाद बन रहा है। इन संयोगों से कर्क, मिथुन, वृषभ, मकर और धनु राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है।
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 05.47 बजे से दोपहर 01.24 बजे तक रहेगा। इस तरह राखी बांधने के लिए बहनों को करीब 7 घंटे 37 मिनट का समय मिलेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग : 9 अगस्त सुबह 5.47 बजे से दोपहर 2.23 बजे तक
सौभाग्य योग : 9 अगस्त को सुबह से शुरू होकर 10 अगस्त को तड़के 2.5 बजे तक
शोभन योग : 10 अगस्त को तड़के 2.15 बजे तक रहेगा
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12.17 बजे से 12.53 बजे तक