गणेश चतुर्थी का त्योहार अपने साथ खुशियों, शुभता और समृद्धि का संदेश लेकर आता है। इस पावन अवसर पर घर को शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए कुछ जरूरी उपायों को अपनाना बेहद आवश्यक होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, गणपति भगवान की स्थापना से पहले घर में ऐसी कई चीजें होती हैं जो नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं और आपके घर की सुख-समृद्धि में बाधा डालती हैं। इसलिए, इस गणेश चतुर्थी से पहले उन वस्तुओं को घर से बाहर निकालना जरूरी है ताकि गणपति बप्पा का आगमन मंगलमय और सुखदायी हो।
टूटी-फूटी और खराब मूर्तियां निकालें
टूटी-फूटी और खराब हो चुकी मूर्तियां घर की ऊर्जा को नष्ट करती हैं। गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर ऐसी मूर्तियों को सम्मानपूर्वक बाहर कर दें ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।
टूटा-फूटा फर्नीचर और उपकरण हटाएं
टूटा हुआ फर्नीचर, जंग लगे बर्तन और पुराने खराब उपकरण न केवल घर को अव्यवस्थित बनाते हैं, बल्कि नकारात्मकता भी लाते हैं। इसे समय रहते ठीक करें या घर से बाहर निकालें।
खराब घड़ियां और राख की थैलियां बाहर करें
सही काम न करने वाली घड़ियाँ या खासी थैलियाँ अशुभ मानी जाती हैं। इन्हें गणेश जी के आगमन से पहले घर से बाहर हटाना जरूरी है।
पूजा स्थल की सफाई पर दें खास ध्यान
गणपति स्थापना से पहले पूजा स्थल को पूरी तरह साफ और व्यवस्थित करें। अच्छे धूप और शुद्ध जल से पूजा स्थल को शुद्ध करें जिससे सकारात्मकता बढ़े।
पुराने और अनावश्यक सामान हटाएं
अपने घर से उन वस्तुओं को निकाल दें जो टूट चुकी हों, जिनका उपयोग न हो या जिनसे मन अशांत हो। यह कदम घर की ऊर्जा को ताजा करता है।
गणपति की मूर्ति की सही दिशा पर ध्यान दें
मूर्ति की सूंड हमेशा बाईं ओर होनी चाहिए और इसे घर के उत्तर-पूर्व (ईशान) या पूर्व दिशा में स्थापित करें। सही दिशा शुभता और समृद्धि लाती है।
पूजा की सामग्री को व्यवस्थित रखें
पूजा में प्रयुक्त लाल फूल, दूर्वा, सिंदूर, हल्दी और तिलक के समान को व्यवस्थित रखें। ये सामग्री भगवान गणेश को बहुत प्रिय होती है।
मूर्ति के पीछे जगह छोड़ें
मूर्ति के पीछे एक साफ और खाली स्थान अवश्य रखें। इससे ऊर्जा का सही प्रवाह होता है और घर में शांति बनी रहती है।