महिंद्रा ने GST 2.0 लागू होते ही अपनी SUV मॉडल्स की कीमतों में बड़ी कटौती की है, जो ग्राहकों को अब तक के सबसे बड़े फायदे में से एक दे रही है। इस कदम के पीछे GST स्लैब में आए नए बदलाव हैं, जिनका सीधा फायदा ग्राहक अपनी अगली Mahindra SUV खरीद पर मिला सकते हैं।
GST 2.0 बदलाव और महिंद्रा की कीमत कटौती का कारण
सरकार ने GST 2.0 रिफॉर्म के तहत बी-सेगमेंट (4 मीटर से छोटी) SUVs पर टैक्स स्लैब को 29-31% से घटाकर 18% कर दिया है। यह बदलाव खासतौर पर पेट्रोल इंजन वाली 1.2 लीटर तक और डीजल इंजन वाली 1.5 लीटर तक की SUVs को लक्षित करता है। इससे छोटी SUVs का टैक्स बोझ भी काफी कम हुआ है।
कौन-कौन सी महिंद्रा SUVs पर कितना फायदा
- बोलेरो / बोलेरो नियो: कुल 2.56 लाख रुपये तक का फायदा, जिसमें GST कटौती 1.27 लाख और अतिरिक्त लाभ लगभग 1.29 लाख शामिल हैं।
- XUV 3XO (पेट्रोल वेरिएंट): GST कटौती के बाद 1.4 लाख रुपये तक की छूट, और कुल मिलाकर 2.46 लाख रुपये तक की बचत। डीजल वेरिएंट पर GST छूट 1.56 लाख रुपये तक है।
- थार 2WD (डीजल): 1.35 लाख रुपये तक की GST कटौती, कुल 1.55 लाख रुपये तक फायदा।
- थार 4WD और थार रॉक्स: GST छूट करीब 1.01-1.33 लाख रुपये तक, कुल 1.53 लाख रुपये तक की बचत।
- स्कॉर्पियो क्लासिक और स्कॉर्पियो-एन: लगभग 1.01 लाख और 1.45 लाख रुपये तक GST की बचत। अतिरिक्त लाभ के साथ कुल 1.96 लाख से 2.16 लाख रुपये तक की बचत।
- XUV700: GST कटौती के बाद 1.43 लाख रुपये तक की छूट, कुल मिलाकर 2.24 लाख रुपये तक की बचत।
महिंद्रा का रणनीतिक फैसला
महिंद्रा ने त्योहारों के सीजन को देखते हुए GST कटौती के तुरंत बाद, यानी 6 सितंबर से ही अपने डीलरशिप और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नई कीमतें अपडेट कर दी हैं, जबकि सरकार की आधिकारिक नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। इसका उद्देश्य ग्राहकों को तेज राहत देना और बिक्री में तेजी लाना है। इसके साथ ही पदाधिकारियों ने कहा है कि यह कदम ग्राहकों को बेहतर मूल्य देने के लिए उठाया गया है।
GST कटौती के साथ ही वाहन की एक्स-शोरूम कीमत कम होने से रजिस्ट्रेशन, बीमा आदि अन्य चार्ज भी कम हो जाते हैं, जिससे कुल खरीद कीमत में उल्लेखनीय गिरावट आती है। इससे Mahindra की SUVs पहले से ज्यादा किफायती और आकर्षक हो जाती हैं।
अगर किसी को Mahindra की बोलेरो, थार, Scorpio-N, या XUV700 जैसी SUVs खरीदनी है, तो यह समय फायदे का है। नई GST दरों के लागू होने से पहले आने वाले त्योहारों के मौसम में यह अपने बजट और जरूरत के हिसाब से एक उचित फैसला होगा।