गुरुग्राम में कल बहुत बड़ी हलचल होने वाली है क्योंकि दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क (Elon Musk) की दिग्गज इलेक्ट्रिक वेईकल कंपनी टेस्ला यहां भारत में अपना पहला सेंटर खोलने जा रही है। यह सेंटर गुरुग्राम के आर्किड बिजनेस पार्क में खुलेगा। इसका उद्घाटन कल यानी 27 नवंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करेंगे। भारत में टेस्ला का यह लॉन्च ऐसे समय में आने वाला है जब यह वैश्विक स्तर पर धीमी गति का सामना कर रही है। सितंबर तिमाही में इसने 4,97,100 यूनिट बेचीं, जो सालाना आधार पर 7% अधिक है, जबकि बढ़ते कॉम्पटीशन के चलते चीन में इसकी बिक्री अक्टूबर में घटकर 26,006 यूनिट रह गई, जो तीन साल में सबसे कम है।
Tesla की स्ट्रैटेजी में बड़ा बदलाव
गुरुग्राम में देश का पहला एक्सपीरिएंस सेंटर खुलना टेस्ला की भारतीय स्ट्रैटेजी को लेकर बड़ा बदलाव है क्योंकि इससे पहले मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) और दिल्ली के ऐरोसिटी में इसके आउटलेट मुख्य रूप से डिस्प्ले और प्रोडक्ट फैमिलियरेजेशन सेंटर्स के तौर पर काम करते हैं। टेस्ला इंडिया के प्रमुख शरद अग्रवाल का कहना है कि गुरुग्राम फैसिलिटी कंपनी की देश में पहला एक्सपीरिएंस सेंटर है जिसमें एक ही छत के नीचे सेल्स, सर्विस और लॉजिस्टिक्स की सुविधा मिलेगी।
भारत इसका 50वां वैश्विक बाजार है और गुरुग्राम में सेंटर खुलना अधिक बेहतर रिटेल नेटवर्क की तरफ टेस्ला के बढ़ते कदम का संकेत है। गुरुग्राम सेंटर में कंसल्टेंसी, बुकिंग और टेस्ट ड्राइव की सुविधाएं होंगी। शरद अग्रवाल के मुताबिक ग्राहकों की जरूरतों के मुताबिक फटाफट खुद को ढालने के लिए कंपनी डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर सेल्स मॉडल का इस्तेमाल कर रही है।
चार्जिंग को लेकर क्या है व्यवस्था?
टेस्ला इंडिया के प्रमुख शरद अग्रवाल के मुताबिक कंपनी ने दुनिया भर में 80 लाख से अधिक कारें बेची हैं और कॉर्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन में 3.2 करोड़ टन की कमी आई है। दुनिया भर में इसके 7500 से अधिक सुपरचार्जिंग स्टेशंस और 75 हजार से अधिक सुपरचार्जर्स हैं जो 15 मिनट में 275 किमी की चार्जिंग दे सकते हैं। भारत में नए सुपरचार्जर गुरुग्राम के वन होराइजन में लगाए जाएंगे, जिसके बाद दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई में भी इन्हें लगाया जाएगा। अभी मुंबई के BKC, दिल्ली के वर्ल्डमार्क 3 और नए गुरुग्राम टेस्ला सेंटर में ऐसे चार्जर चालू हैं।
भारत में कैसी है टेस्ला के कारों की मांग?
टेस्ला ने दो आयातित मॉडल के जरिए इस साल भारत में बिक्री शुरू की। टेस्ला ने शंघाई प्लांट से मॉडल वाई की दो वैरिएंट्स मंगाकर यहां बेचती ही जिनकी कीमत ₹59.89 लाख और ₹67.89 लाख है। इन पर 70% की इंपोर्ट ड्यूटी लग रही है। FADA के वाहन डेटा के अनुसार टेस्ला ने सितंबर और अक्टूबर में कुल 104 कारें बेचीं, जिनमें मॉडल Y लक्जरी ईवी सेगमेंट में सबसे अधिक मांग वाला मॉडल रहा। बता दें कि टेस्ला ऐसे बाजार में अपना दबदबा बढ़ाने की कोशिश में है जहां फिलहाल मर्सिडीज-बेंज और BMW का दबदबा है। अक्टूबर में मर्सिडीज-बेंज ने 460 और BMW ने 480 लक्जरी ईवी बेचीं।