लंबे समय तक, भारतीय ऑटोमोटिव मार्केट में छोटी कारों का दबदबा रहा है। Maruti Suzuki 800 से लेकर Hyundai Santro और Tata Indica तक, ये छोटी कारें सबसे ज्यादा लोगों के बीच फेमस थी। हालांकि, अब थोड़ी बड़ी कारों की मांग है, लेकिन एक मॉडल ऐसा भी है जिसने बिक्री के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और ऐसी ऊंचाइयों को छुआ है जो शायद फिर कभी न देखने को मिलें। वह मॉडल कोई और नहीं बल्कि मारुति सुजुकी ऑल्टो है।
Maruti Suzuki इंडिया ने Alto को 2000 में लॉन्च किया था। और अब कहा जाता है, यह इतिहास बन गया है। अब तक, देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी इस एंट्री-लेवल मॉडल की 47 लाख यूनिट्स बेच चुकी है।
Alto 2005 से 2017 तक लगातार 13 सालों तक भारत की सबसे अधिक बिकने वाली कार थी। 2019 में यह फिर से सबसे अधिक बिकने वाली कार रही।
हालांकि, मारुति सुजुकी ने इस मॉडल की लगभग 35 लाख यूनिट बेचने के बाद 2023 में ऑल्टो 800 को बंद कर दिया, लेकिन ऑल्टो K10 ने अपनी विरासत को आगे बढ़ाया है। अपने सेगमेंट में इस मॉडल को प्रतिस्पर्धी बनाए रखने के लिए, मारुति सुजुकी ने हाल ही में GST दरों में कटौती के बाद इसकी कीमतों में कटौती की है। ऑल्टो K10 की शुरुआती कीमत अब 3,69,900 रुपये से शुरू होकर 5,44,900 रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है।
ऑल्टो K10 में 1.0-लीटर 3-सिलेंडर K10C इंजन लगा है, जो 68 bhp का अधिकतम पावर और 91 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन विकल्पों में 5-स्पीड MT और 5-स्पीड AMT शामिल हैं। 5-स्पीड MT के साथ CNG विकल्प (56 bhp और 82 Nm) भी उपलब्ध है।
मारुति सुजुकी की ज्यादातर कारों की तरह, ऑल्टो K10 भी अपने फ्यूल एफीसिएंट के लिए जानी जाती है। ऑल्टो K10 का माइलेज पेट्रोल MT के लिए 24.39 किमी/लीटर, पेट्रोल AMT के लिए 24.90 किमी/लीटर और CNG MT के लिए 33.40 किमी/किलोग्राम होने का दावा किया गया है। माइलेज के अलावा, ऑल्टो K10 एक एंट्री-लेवल मॉडल के लिए कई प्रैक्टिकल फीचर्स भी प्रदान करती है। इसमें Android Auto और Apple Carplay सपोर्ट वाला 7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, मल्टी-फंक्शन स्टीयरिंग व्हील, छह एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ABS के साथ EBD और रिवर्स पार्किंग सेंसर जैसे फीचर हैं।
हाल ही में, मारुति सुजुकी ने 3 करोड़ यूनिट्स की बिक्री का जश्न मनाया, जिसमें ऑल्टो ब्रांड का योगदान इसकी सभी कारों में सबसे अधिक था और Wagon R (34 लाख यूनिट्स) और Swift (32 लाख यूनिट्स) जैसे अन्य टॉप ब्रांडों से काफी आगे था।