मारुति सुजुकी, ह्युंडई मोटर और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स जैसी ऑटो कंपनियों की जीएसटी में कमी से चांदी हो गई है। ये कंपनियां व्हीकल्स की बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए अगले कुछ महीनों में अपनी उत्पादन क्षमता 20-40 फीसदी तक बढ़ाने जा रही हैं। इकोनॉमिक टाइम्स ने यह खबर दी है। अक्तूबर में इन कंपनियों की सेल जोरदार रही। उन्हें आने वाले महीनों में भी इस ट्रेंड के जारी रहने की उम्मीद है।
मारुति सुजुकी नवंबर में 2 लाख यूनिट्स का उत्पादन करेगी
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी Maruti Suzuki ने नवंबर में 2,00,000 गाड़ियों के उत्पादन का प्लान बनाया है। यह सितंबर में 1,72,000 यूनिट्स के उत्पादन से काफी ज्यादा है। अगर कंपनी इस टारगेट को हासिल करने में सफल रहती है तो यह नवंबर में उसका रिकॉर्ड उत्पादन होगा। फेस्टिव सीजन के बाद नवंबर में बिक्री आम तौर पर सुस्त रहती है।
ह्यूंडई के प्लांट्स में दो शिफ्ट में हो रहा उत्पादन
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स ने भी मंथली प्रोडक्शन बढ़ाकर 65,000-70,000 यूनिट्स करने का प्लान बनाया है। इसके लिए उसने ऑटो कंपोनेंट्स सप्लायर्स को बता दिया है। इस फाइनेंशियल ईयर की पहली छमाही में कंपनी का औसत मासिक उत्पादन 47,000 रहा है। ह्यूंडई इंडिया ने दो शिफ्ट्स में उत्पादन करना शुरू कर दिया है। कंपनी के महाराष्ट्र के तालेगांव में उत्पादन 20 फीसदी बढ़ाने के लिए दो शिफ्ट्स में काम हो रहा है।
अक्टूबर में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री 5.50 लाख के पार
अक्तूबर में पैसेंजर व्हीकल्स की रिटेल सेल्स 5,57,373 यूनिट्स रही, जो एक रिकॉर्ड है। इसमें जीएसटी रेट्स में कमी और फेस्टिव डिमांड का हाथ था। इस रिकॉर्ड बिक्री के बाद डीलर्स के पास इनवेंट्री लेवल काफी कम हो गया है। मारुति सुजुकी की रिटेल सेल्स अक्तूबर में 20 फीसदी ज्यादा रही। कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव अफसर (मार्केटिंग एंड सेल्स) पार्थो बनर्जी ने कहा कि कंपनी के पास अभी करीब 1,04,000 यूनिट्स का स्टॉक है। यह सिर्फ 19 दिनों के लिए पर्याप्त है। कंपनी के पास 3,50,000 यूनिट्स का ऑर्डर है।
जीएसटी रेट्स में कमी से बढ़ी गाड़ियों की डिमांड
ह्युंडई के चीफ ऑपरेटिंग अफसर तरुण गर्ग ने कहा कि जीएसटी रेट्स घटने से गाड़ियों की बिक्री को पंख लग गए हैं। ज्यादातर गाड़ियों पर जीएसटी अब 28 फीसदी घटकर 18 फीसदी हो गया है। यह कमी 22 सितंबर से लागू हो गई है। उन्होंने कहा कि पहले ह्युंडई को सप्लाई में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन पुणे प्लांट में उत्पादन शुरू हो जाने से उत्पादन करीब 20 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।