वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए भी खर्च में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मद में 2,200 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जबकि पिछले बजट में यह आवंटन 806.75 करोड़ रुपये था। इस आवंटन में 283 करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान के मुकाबले 8 गुना बढ़ोतरी हुई है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दबदबे वाली इस दुनिया में सरकार भी इस मोर्चे पर अपनी तैयारी से नहीं चूकना चाहती है।
यह बढ़ोतरी ऐसे वक्त में की गई है, जब चीन ने लार्ज लैंग्वेज मॉडल डोमेन में अमेरिकी दबदबे को चुनौती देते हुए ओपन-सोर्स AI मॉडल DeepSeek (डीपसीक) पेश किया है।केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मिनिस्टर ने एक बार फिर दोहराया है कि भारत के पास GPU ताकत में बढ़ोतरी करने की क्षमता है। सरकार ने पिछले साल भी नेशनल AI मिशन के आवंटन में बढ़ोतरी की थी। उस वक्त सरकार ने ऐलान किया था कि वह अगले 5 साल में AI मिशन पर 10,300 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
वित्त वर्ष 2026 में IndiaAI मिशन के तहत 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।