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India’s FY26 growth forecast : Fitch ने भारत का विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 6.9% किया, मजबूत मांग ने दिखाया असर

India’s FY26 growth forecast : रेटिंग एजेंसी Fitch का मानना ​​है कि उपभोग और निवेश से विकास को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन साथ ही चेतावनी दी है कि दूसरी छमाही में ग्रोथ धीमी पड़ सकती है

अपडेटेड Sep 10, 2025 पर 1:02 PM
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ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि पहली तिमाही में सर्विसेज आउटपुट में 9.3 फीसदी की बढ़त हुई है। जबकि पहले यह आंकड़ा 6.8 फीसदी पर था

Fitch Ratings : फिच रेटिंग्स ने मजबूत घरेलू मांग और अनुकूल वित्तीय स्थितियों का हवाला देते हुए वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान को 6.5 फीसदी के अपने पहले के अनुमान से बढ़ाकर 6.9 फीसदी कर दिया है। यह बदलाव पहली तिमाही के आंकड़ों के बाद आया है। इन आंकड़ों से पता चलत है कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में सालाना आधार 7.8 फीसदी की बढ़त हुई है,जो पिछली तिमाही में 7.4 फीसदी पर रही थी।

ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि पहली तिमाही में सर्विसेज आउटपुट में 9.3 फीसदी की बढ़त हुई है। जबकि पहले यह आंकड़ा 6.8 फीसदी पर था। प्राइवेट और पब्लिक उपभोग में बढ़त से मांग में बढ़त देखने को मिली है। अप्रैल-जून तिमाही में प्राइवेट उपभोग में 7 फीसदी की बढ़त हुई है।

 ट्रेड तनाव से निवेश सेंटीमेंट पर निगेटिव असर पड़ने का डर


रेटिंग एजेंसी ने अमेरिका के साथ बढ़ते ट्रेड तनाव से उत्पन्न जोखिमों की ओर इशारा किया है। अगस्त में अमेरिका ने भारत से होने वाले आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। हालांकि फिच को उम्मीद है कि अंततः टैरिफ को कम करने के लिए बातचीत की जाएगी। लेकिन उसने चेतावनी दी है कि टैरिफ के चलते बनी अनिश्चितता के कारण निवेश सेंटीमेंट पर निगेटिव असर पड़ सकता है।

वित्त वर्ष 2026 में उपभोक्ता खर्च में बढ़त होने की उम्मीद

रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएमआई सर्वे और जुलाई के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों इकोनॉमी में मजबूती के संकेत मिले हैं। इसके अलावा सितंबर से प्रभावी हालिया जीएसटी सुधारों से भी वित्त वर्ष 2026 में उपभोक्ता खर्च में बढ़त होने की उम्मीद है।

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जीएसटी कटौती के कारण ग्रोथ में कम से कम 10 बेसिस प्वाइंट बढ़त की उम्मीद

कारोबारी गतिविधियों का इंडीकेटर, कंपोजिट पीएमआई इंडेक्स अगस्त में 17 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। जबकि औद्योगिक उत्पादन चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जीएसटी कटौती के कारण ग्रोथ में कम से कम 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़त देखने को मिल सकती है।

आगे घट सकती है विकास दर

फिच का अनुमान है कि भारत की विकास दर वित्त वर्ष 2027 में घटकर 6.3 फीसदी पर और वित्त वर्ष 2028 में 6.2 पर रह सकती है। फिच ने कहा कि घरेलू मांग इकोनॉमी के लिए मेन ग्रोथ ड्राइवर बनी रहेगी। रेटिंग एजेंसी का ये भी कहना है कि वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत से आई मज़बूत ग्रोथ के वर्ष की दूसरी छमाही तक बरकरार रहने की उम्मीद नहीं है।

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