CBSE Board Exam Changes: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (CBSE) ने शैक्षिक सत्र 2025-26 में होने वाली 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में कई तरह के बदलाव किए हैं। इन बदलावों को 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए समझना जरूरी है। इस साल सीबीएसई बोर्ड से 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा में 45 लाख से ज्यादा छात्र शामिल होंगे। दोनों कक्षाओं की परीक्षा 17 फरवरी, 2026 को शुरू होगी।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा शुरू होने से पहले बोर्ड द्वारा इस साल किए गए बदलावों को अच्छी तरह से समझ लें। इससे छात्र उन गलतियों को करने से बचेंगे जो उनके फाइनल रिजल्ट को प्रभावित कर सकती हैं। आइए जानें बोर्ड द्वारा किए गए इन बदलावों के बारे में
बोर्ड ने किए हैं ये अहम बदलाव
ये बदलाव परीक्षा प्रक्रिया को बेहतर बनाने, मूल्यांकन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और प्रश्न पैटर्न को योग्यता-आधारित शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इनमें इस साल 10वीं कक्षा के लिए दो बोर्ड परीक्षा और साइंस और सोशल साइंस के आंसर शीट के स्ट्रक्चर से लेकर नए ग्रेडिंग सिस्टम और परीक्षा शेड्यूल तक के बदलाव शामिल हैं। सीबीएसई ने इस साल छात्रों के लिए अतिरिक्त उपाय भी किए हैं। इसमें हर साल दो परीक्षा सत्रों का प्रावधान और 11वीं कक्षा में प्रोविजनल प्रवेश के लिए गाइडलाइन शामिल है।
10वीं कक्षा में दो बोर्ड परीक्षा
10वीं कक्षा के पेपर में सेक्शनल बदलाव
बोर्ड ने 10वीं कक्षा के साइंस और सोशल साइंस के प्रश्न पत्र में भी सेक्शनल बदलाव किए हैं। बोर्ड ने क्लास 10 के साइंस और सोशल साइंस के प्रश्न पत्र को अलग-अलग सेक्शन में बांटा है। इसके तहत साइंस के पेपर को तीन सेक्शन में बांटा गया है, यानी सेक्शन A-बायोलॉजी, सेक्शन B-केमिस्ट्री और सेक्शन C-फिजिक्स है। इसी तरह सोशल साइंस के प्रश्न पत्र को चार हिस्सों में बांटा गया है, यानी सेक्शन A-इतिहास, सेक्शन B-भूगोल, सेक्शन C-राजनीति विज्ञान और सेक्शन D-अर्थशास्त्र है।
सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के पेपर के ढांचे में बदलाव किया है। 2026 से, 50% सवाल योग्यता-आधारित, MCQ, केस-आधारित प्रश्न, स्रोत-आधारित एकीकृत प्रश्न, डेटा व्याख्या या स्थितिजन्य होंगे। पेपर का 20% हिस्सा सेलेक्ट-रिस्पॉन्स (MCQ) प्रश्न होंगे, जबकि शेष 30% कंस्ट्रक्टेड-रिस्पॉन्स प्रश्न होंगे, जिसमें छोटे और लंबे उत्तर शामिल हैं।
इंटरनल असेसमेंट में शामिल होना जरूरी
छात्रों के लिए आंतरिक मूल्यांकन में शामिल होना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने वाले छात्र अयोग्य माने जाएंगे और उनका परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा। कक्षा 10 और 12 की प्रैक्टिकल परीक्षा/प्रोजेक्ट/इंटरनल असेसमेंट 1 जनवरी, 2026 से 14 फरवरी, 2026 तक होने वाली है। हर विषय के लिए अधिकतम अंक 100 हैं, जिसमें थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट और IA कंपोनेंट्स में अंकों का बंटवारा किया गया है।
कक्षा 9 और 10 में 75% हाजिरी जरूरी
कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को कम से कम 75% अटेंडेंस हासिल करना जरूरी है। इससे यह पक्का होगा कि छात्र स्कूल की गतिविधियों में नियमित हिस्सा ले रहे हैं और स्कूल के आयोजनों पर नजर रख रहे हैं।