Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही राज्य की सियासत गरमाती जा रही है। सभी दल पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुके हैं और इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर चर्चा एक बार फिर से तेज हो गई है। लंबे समय से सियासी गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या निशांत सक्रिय राजनीति में आएंगे। अब JDU की बैठक में कार्यकर्ताओं ने उन्हें टिकट देने की सीधी मांग कर दी है।
शुक्रवार (3 अक्टूबर) को पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास में JDU की एक बड़ी बैठक बुलाई गई। इसमें राज्यभर से करीब 400 कार्यकर्ता शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और चुनावी रणनीति पर चर्चा करना था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद सभी कार्यकर्ताओं से बातचीत की और अलग-अलग क्षेत्रों में योजनाओं की स्थिति का फीडबैक लिया।
वहीं, बैठक के दौरान नालंदा से आए जिलाध्यक्ष अजीत चंद्रवंशी और हिलसा से जिला उपाध्यक्ष भरत शर्मा समेत कई नेताओं ने निशांत कुमार को राजनीति में लाने की नीतीश कुमार से मांग कर दी। उनका कहना था कि अगर पार्टी में नई ऊर्जा भरनी है और युवाओं को जोड़ना है, तो निशांत कुमार को सक्रिय राजनीति में उतारना जरूरी है।
JDU नेताओं ने कहा कि जैसे नीतीश कुमार ने संघर्ष और जज्बे के साथ राजनीति में अपना योगदान दिया है, उसी तरह निशांत भी पार्टी और बिहार के लिए नई ताकत बन सकते हैं। कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक कहा कि नालंदा में उनकी बैठक में निशांत के चुनाव लड़ने पर सहमति बन चुकी है और इस प्रस्ताव को अब मुख्यमंत्री के सामने रखा गया है। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि वे इस विषय पर विचार करेंगे। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, राज्यसभा सांसद संजय झा, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और एमएलसी संजय गांधी के अलावा कई अन्य बड़े नेता मौजूद थे। तीन घंटे चली इस बैठक में पार्टी की चुनावी तैयारियों और NDA गठबंधन की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले JDU के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत बनाए रखना है। महागठबंधन लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है, वहीं BJP भी आंतरिक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत करने में लगी हुई है। ऐसे में JDU कार्यकर्ताओं का मानना है कि निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री पार्टी के लिए नया जोश और नया चेहरा लेकर आएगी, जो चुनाव में फायदेमंद साबित हो सकता है।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह मांग केवल पार्टी के अंदर का मुद्दा नहीं है, बल्कि इसे जनता तक भी ले जाने की कोशिश की जाएगी ताकि नीतीश कुमार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का संदेश दिया जा सके।