Bihar Election 2025 Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को सुबह सात बजे से 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर वोड डाले जाएंगे। पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर जिलों में मतदान होगा। इसमें कुल 3 करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे
Bihar Election Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार (6 नवंबर) को होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता 1,314 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। इस चरण में विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ
Bihar Election Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार (6 नवंबर) को होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता 1,314 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। इस चरण में विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ 16 मंत्रियों की किस्मत भी दांव पर है।
क्या तेजस्वी यादव लगा पाएंगे हैट्रिक?
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से लगातार तीसरी जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी(BJP) के सतीश कुमार हैं। उन्होंने 2010 में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के टिकट पर तेजस्वी की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को हराया था। राघोपुर सीट से जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने तेजस्वी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। लेकिन बाद में उन्होंने मैदान में उतरने से परहेज किया। उनकी पार्टी ने चंचल सिंह को उम्मीदवार बनाया।
तेज प्रताप यादव का क्या होगा?
राघोपुर सीट से सटी महुआ सीट पर तेजस्वी के बड़े भाई और जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे हैं। तेज प्रताप इस सीट पर RJD विधायक मुकेश रौशन को चुनौती दे रहे हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के संजय सिंह और 2020 में दूसरे स्थान पर रहीं आसमा परवीन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। इससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
नीतीश के 16 मंत्रियों की किस्मत का होगा फैसला
पहले चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के 16 मंत्रियों की किस्मत का फैसला होगा। इनमें बीजेपी से 11 और JDU से पांच मंत्री शामिल हैं। सीवान से बीजेपी कोटे से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, बांकीपुर से नितिन नवीन, तारापुर से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, लखीसराय से उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, दरभंगा के जाले से नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा, दरभंगा शहरी से राजस्व मंत्री संजय सरावगी, कुढ़नी से पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, साहेबगंज से पर्यटन मंत्री राजू कुमार, अमनौर से सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू, बिहारशरीफ से पर्यावरण मंत्री सुनील कुमार और बछवाड़ा से खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता मैदान में हैं।
वहीं, JDU से पांच मंत्रियों में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी (सराय रंजन), नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, बहादुरपुर से समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, कल्याणपुर से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी और सोनबरसा से रत्नेश सदा शामिल हैं।
सीवान से पहली बार चुनावी मैदार में उतरे मंगल पांडे
BJP के वरिष्ठ नेता और मंत्री मंगल पांडे पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह सीवान सीट से मैदान में हैं, जहां उनका मुकाबला राजद के वरिष्ठ नेता और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से है। पांडे फिलहाल विधानसभा पार्षद हैं। सीवान के समीपवर्ती रघुनाथपुर सीट भी चर्चा में है, जहां से बाहुबली और पूर्व सांसद दिवंगत मो. शाहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब चुनाव लड़ रहे हैं। RJD उनकी उम्मीदवारी को जंगलराज की वापसी का प्रतीक बताकर विपक्ष पर हमला कर रहा है। BJP नेता हिमंत विश्व शर्मा ने तो यहां तक कहा कि ओसामा नाम सुनते ही ओसामा बिन लादेन याद आता है।
पहले चरण में अन्य चर्चित उम्मीदवार
अन्य चर्चित उम्मीदवारों में BJP से युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर (अलीनगर), RJD से भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव (छपरा) और जन सुराज पार्टी से गायक रितेश पांडे (करगहर) शामिल हैं। सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली सीटों में मोकामा सीट भी शामिल है। यहां जेल में बंद JDU उम्मीदवार अनंत सिंह का मुकाबला RJD की वीणा देवी से है, जो बाहुबली नेता सूरज भान की पत्नी हैं।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में 121 सीटों पर मतदान होगा। इनमें दीघा (पटना) में सबसे अधिक 4.58 लाख मतदाता हैं। जबकि बरबीघा (शेखपुरा) में सबसे कम 2.32 लाख मतदाता हैं। कुरहनी और मुजफ्फरपुर में सर्वाधिक 20-20 उम्मीदवार हैं। जबकि भोरे, अलौली और परबत्ता में केवल पांच-पांच उम्मीदवार मैदान में हैं। कुल 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 36,733 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। कुल मतदाताओं में से 10.72 लाख नए मतदाता हैं। जबकि 18-19 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 7.38 लाख है।
पहले चरण के लिए 121 सामान्य, 18 पुलिस और 33 व्यय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई है। निर्वाचन आयोग के अनुसार पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर जिलों में मतदान होगा।
6 सीटों पर पहले खत्म हो जाएगा मतदान
आयोग ने छह विधानसभा सीटों पर मतदान के समय में एक घंटे की कमी की है। इन सीटों के 2135 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। इनमें सिमरी बख्तियारपुर (410 बूथ), महिषी (361 बूथ), तारापुर (412 बूथ), मुंगेर (404 बूथ), जमालपुर (492 बूथ) और सूर्यगढ़ा (56 बूथ) शामिल हैं।
आयोग के मुताबिक, यह फैसला इन क्षेत्रों की संवेदनशीलता, प्रखंड मुख्यालय से दूरी और स्थानीय प्रशासन के सुझावों के आधार पर लिया गया है। बाकी 115 सीटों के 43,206 बूथों पर मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक रहेगा।
पहले चरण में कुल तीन करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र होंगे। इनमें एक करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, एक करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए कुल 45,341 बूथ बनाए गए हैं। इनमें 45,324 मुख्य बूथ और 17 सहायक बूथ होंगे।