Bihar Election 2025 Live: बिहार विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान में गुरुवार (6 नवंबर) को 3.75 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से 64.69 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह राज्य में अब तक का सबसे अधिक वोटिंग प्रतिशत है। सभी राजनीतिक पार्टियां अब दूसरे चरण के चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं
Bihar Election 2025 Live: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार (6 नवंबर) को 121 सीटों पर लगभग 65 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर इतिहास रच दिया। यह राज्य के चुनावी इतिहास में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है। इस ऐतिहासिक मतदान ने लगभग 20 वर्षों से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी महागठबंधन के बीच 'सुशासन बनाम सबको नौकरी' की
Bihar Election 2025 Live: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार (6 नवंबर) को 121 सीटों पर लगभग 65 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर इतिहास रच दिया। यह राज्य के चुनावी इतिहास में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है। इस ऐतिहासिक मतदान ने लगभग 20 वर्षों से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी महागठबंधन के बीच 'सुशासन बनाम सबको नौकरी' की जंग को निर्णायक मोड़ पर ला दिया है।
निर्वाचन आयोग ने अपने बयान में कहा, "बिहार के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक 64.69 प्रतिशत मतदान हुआ और पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्ण एवं उत्सव जैसे माहौल में संपन्न हुआ।" बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) विनोद सिंह गुंजियाल ने कहा कि महिलाएं काफी उत्साह के साथ बड़ी संख्या में वोट डालने आईं।
सभी पार्टियों ने किया जीत का दावा
भारी मतदान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, बीजेपी, आरजेडी, कांग्रेस और जनसुराज ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "मैं बिहार की जनता को भारी मतदान के लिए सलाम करता हूं। मैं अब पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आपने महागठबंधन की जीत सुनिश्चित कर दी है।"
वरिष्ठ BJP नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, "आज जिन सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से लगभग 100 सीटें हम जीतने जा रहे हैं। NDA की कुल सीटें 2010 के 206 सीटों के रिकॉर्ड को पार कर जाएंगी।" जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दावा किया कि सबसे ज्यादा मतदान लोगों की बदलाव की चाहत का संकेत है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ज्यादा मतदान प्रतिशत दर्शाता है कि हमें स्पष्ट बहुमत मिलने वाला है।
दो दशक से सत्ता में है NDA
बिहार में NDA पिछले दो दशकों से (कुछ अंतराल को छोड़कर) सत्ता में है। वह अपने सुशासन और विकास के रिकॉर्ड पर भरोसा जता रहा है। जबकि राष्ट्रीय जनता दल (RJD)-कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी यादव बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों के साथ अपने हर घर रोजगार के वादे पर जनता को आकर्षित करने की कोशिश में हैं।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए हो रहे इन चुनावों को स्थानीय राजनीति के साथ-साथ 2029 के आम चुनाव से पहले जनता के रुझान का संकेतक भी माना जा रहा है। यह चुनाव विवादित मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद हो रहे हैं, जिसे लेकर विपक्ष ने निर्वाचन आयोग पर धांधली और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे।
पहले चरण के बाद दूसरा और अंतिम चरण 11 नवंबर को होगा। जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। पहले चरण में कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें आरडेजी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव, राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित कई मंत्री शामिल हैं। हालांकि, मतदान ज्यादातर शांतिपूर्ण रहा। लेकिन कुछ जगहों पर हिंसा की छिटपुट घटनाएं भी सामने आईं, जिनमें उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के वाहन पर कथित हमला भी शामिल है।
पीएम मोदी और नीतीश ने किया जीत का दावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे चरण के चुनाव क्षेत्रों में आयोजित सभाओं में कहा कि महिलाओं की बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर उपस्थिति एनडीए के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा, "मां, बहनें और बेटियां 'जंगलराज' की सबसे बड़ी पीड़ित रही हैं। आज वे मतदान केंद्रों के चारों ओर सुरक्षा कवच की तरह खड़ी हैं ताकि जंगलराज की वापसी न हो।"
NDA को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के साथ-साथ हाल ही में दी गई कल्याणकारी योजनाएं जैसे 125 यूनिट मुफ्त बिजली, एक करोड़ से अधिक महिलाओं को 10 हजार रुपये नकद सहायता और सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि, सत्ता विरोधी लहर को कम करने में सहायक होंगी।
वहीं, विपक्ष का दावा है कि जनता अब बदलाव के मूड में है। RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने X पर एक भावनात्मक पोस्ट में लिखा, "रोटी अगर तवे पर नहीं पलटी जाए तो जल जाती है। बीस साल बहुत लंबा समय है, अब तेजस्वी सरकार जरूरी है ताकि बिहार को नयी दिशा मिले।" मतदान के दौरान दोनों गठबंधनों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चलता रहा।
विजय सिन्हा की गाड़ी पर हमला
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि लखीसराय में उनकी गाड़ी पर RJD समर्थकों ने हमला किया और पिछड़े वर्गों के मतदाताओं को डराने का प्रयास किया गया। दूसरी ओर, RJD ने आरोप लगाया कि जहां महागठबंधन मजबूत स्थिति में है, वहां मतदान कोजानबूझकर धीमा किया गया। हालांकि इस आरोपों को चुनाव आयोग ने तुरंत खारिज कर दिया।