Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राज्य में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का घोषणापत्र शुक्रवार (31 अक्टूबर) को सुबह जारी किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद इस घोषणा पत्र को शुक्रवार सुबह 9.30 बजे जारी करेंगे। इस दौरान NDA के सभी प्रमख नेता मौजूद रहेंगे। NDA का घोषणा पत्र बिहार चुनाव के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। इसका बिहारवासियों को बेसब्री से इंतजार है।
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में वादों की झड़ी लग चुकी है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के घोषणापत्र के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाला NDA अपना घोषणापत्र 31 अक्टूबर को जारी करेगा। एनडीए 'संकल्प पत्र' नाम से अपना घोषणापत्र जारी करेगा। इस पर सबकी नजर है। बीजेपी का घोषणापत्र महागठबंधन के 'तेजस्वी प्रण' का मुकाबला करेगा।
NDA के घोषणापत्र में सरकारी नौकरियों, बिहार से पलायन रोकने और दलितों एवं पिछड़ों को भागीदारी दिलाने जैसे कई वादे शामिल होने की संभावना है। इसमें महिलाओं के लिए भी विशेष घोषणाएं हो सकती हैं। घोषणापत्र जारी होने के अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और चिराग पासवान समेत कई प्रमुख नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है। पहले चरण का चुनाव 6 नवंबर को होना है। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों के नेता प्रचार कर रहे हैं।
एनडीए के घोषणापत्र में गरीबों, किसानों और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को शामिल किए जाने की संभावना है। सरकार ने राज्य की महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें 10,000 रुपये प्रति कैश सहायता दे रही है। इसके अलावा, यदि कारोबार सफल होता है, तो उसे विस्तार के लिए ₹2 लाख का लोन भी दिया जाएगा।
विपक्ष के घोषणा पत्र की बड़ी बातें
महागठबंधन ने मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 'तेजस्वी प्रण' नाम से अपना संयुक्त घोषणापत्र जारी किया। इसमें वादा किया गया कि उसकी सरकार बनने के 20 दिन के भीतर एक विधेयक लाकर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
उसने संसद द्वारा पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर बिहार में रोक लगाने, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल करने, केंद्र सरकार द्वारा तैयार नई शिक्षा नीति के दुष्प्रभावों की समीक्षा करने, आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ाने के लिए विधानसभा द्वारा पारित कानून को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की केंद्र सरकार से अनुशंसा करने तथा कई अन्य वादे किए हैं।
विपक्षी गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एवं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, उप मुख्यमंत्री पद के चेहरा एव विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता मुकेश सहनी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और कई अन्य नेताओं की मौजूदगी में चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया। इसे 'तेजस्वी प्रण' नाम दिया गया है। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होना है। जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।