बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान होते ही राज्य की राजनीति पूरी तरह गर्म हो गई है। अब सभी राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर पर रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। इसी बीच, RJD सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने आगामी चुनाव को लेकर अपने पार्टी का उम्मीदवार घोषणा करने की तिथि का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 8 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर देगी।
तेज प्रताप यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "चुनाव तो होना ही है और हम अपने जनशक्ति जनता दल की तरफ से इस लड़ाई का सामना करेंगे। जनता के लिए इस चुनाव में हम पूरी ताकत से उतरेंगे। 8 अक्टूबर को हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उम्मीदवारों का ऐलान करेंगे।" तेज प्रताप ने कहा कि उनकी पार्टी जनता को एक मजबूत राजनीतिक विकल्प देने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है।
तेज प्रताप यादव ने चुनावी बयान के साथ-साथ नीतीश कुमार सरकार पर भी तीखा हमला बोला है। उन्होंने मेट्रो उद्घाटन पर तंज कसते हुए कहा, "सरकार को सिर्फ उद्घाटन और विज्ञापन करने की आदत पड़ गई है। अभी पटना मेट्रो का उद्घाटन किया गया और उसी दौरान मीठापुर में जमीन धंस गई। अब सोचिए, कैसी मेट्रो बनी है, लोग उसमें बैठने से पहले ही डर जाएंगे।"
बता दे कि चुनाव आयोग ने सोमवार (6 अक्टूबर) को बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान कराने की घोषणा की है। पहले चरण में 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों पर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान होना है। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। इसके साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल और तेज हो गई है। महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर अभी भी सहमति नहीं बन सकी है। हालांकि RJD, कांग्रेस, और VIP पार्टी के बीच बातचीत जारी है। दूसरी ओर, NDA में सीटों का बंटवारा लगभग तय माना जा रहा है और जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है।
वहीं, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी ऐलान किया है कि वह अपनी पहली उम्मीदवारों की लिस्ट 9 अक्टूबर को जारी करेगी। यानी आने वाले कुछ दिनों में बिहार का राजनीतिक माहौल और भी गरमाने वाला है।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि तेज प्रताप यादव अब अपने स्वतंत्र राजनीतिक पहचान बनाने में जुटे हुए हैं। जनशक्ति जनता दल के जरिए वे जनता के बीच यह संदेश देना चाहते हैं कि वे सिर्फ लालू-राबड़ी परिवार का हिस्सा नहीं, बल्कि खुद एक जननेता हैं। तेज प्रताप लगातार धार्मिक और जनहित के मुद्दों को जोड़ते हुए अपनी अलग राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जनता की पार्टी है और इस बार जनता खुद तय करेगी कि बिहार का भविष्य कौन संभालेगा। तेज प्रताप ने दावा किया कि जनता अब पुराने नेताओं की राजनीति से ऊब चुकी है और बदलाव चाहती है।