Bihar Elections 2025 Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। बिहार विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद आए लगभग सभी एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बना सकता है। हालांकि दो सर्वे टाइट फाइट की बात कर रहे हैं। एनडीए के लिए चिंता बढ़ा हुआ मतदान है, जो 1952 के बाद सबसे ज्यादा रहा
Bihar Elections Prediction Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है और अब 14 नवंबर को यह तय होगा कि अगले पांच साल राज्य की सत्ता किसके हाथों में जाएगी। सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है, और अब पूरे प्रदेश की निगाहें मतगणना पर टिकी है। रिजल्ट से पहले जारी हुए एग्जिट पोल में एनडीए की बढ़त का अनुमान जताया जा रहा है। कई सर्वे ए
Bihar Elections Prediction Highlights: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है और अब 14 नवंबर को यह तय होगा कि अगले पांच साल राज्य की सत्ता किसके हाथों में जाएगी। सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है, और अब पूरे प्रदेश की निगाहें मतगणना पर टिकी है। रिजल्ट से पहले जारी हुए एग्जिट पोल में एनडीए की बढ़त का अनुमान जताया जा रहा है। कई सर्वे एजेंसियों के अनुसार, बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनने की संभावना है। हालांकि विपक्षी दल इन सर्वे नतीजों को मानने से इनकार कर रहे हैं और वास्तविक तस्वीर 14 नवंबर को सामने आएगी।
रिकॉर्ड तोड़ मतदान ने तोड़ी सभी सीमाएं
राज्य में इस बार मतदान ने नया इतिहास रच दिया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के मुताबिक, 11 नवंबर को हुए दूसरे चरण में 68.79% मतदान दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे अधिक है। पहले चरण में 65.08% वोटिंग हुई थी। दोनों चरणों को मिलाकर कुल मतदान प्रतिशत 66.90% रहा, जो पिछले चुनाव से करीब 9.6% अधिक है।
2616 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद
दो चरणों में कुल 2616 प्रत्याशी मैदान में रहे। पहले चरण में 121 और दूसरे चरण में 122 सीटों पर वोटिंग हुई। अभी तक 45,399 मतदान केंद्रों में से लगभग 2,000 केंद्रों के आंकड़े आना बाकी हैं, जिससे कुल मतदान प्रतिशत और बढ़ने की उम्मीद है।
किन जिलों में दिखा सबसे ज्यादा उत्साह
कटिहार (78.39%), किशनगंज (77.91%), पूर्णिया (75.87%) और पश्चिम चंपारण (70.75%) जैसे जिलों में 70% से अधिक मतदान दर्ज हुआ। वहीं जमुई, अररिया और गया में भी मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शांतिपूर्ण माहौल में हुए इस चुनाव ने एक बार फिर बिहार की लोकतांत्रिक चेतना को उजागर किया है।