Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। इसी बीच BJP सांसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार (17 अक्टूबर) को 'महागठबंधन' पर करारा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि 'महागठबंधन' के दलों के नेताओं के दिल में बिहार का विकास नहीं, बल्कि सीटों की खरीद-फरोख्त चल रही है।
मनोज तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मुझे इस बात का अनुभव है कि जब आपके दिल में राज्य का विकास नहीं होता, तो आप सीट शेयरिंग पर झगड़ते रहते हैं। अब सुनने में आ रहा है कि महागठबंधन के कुछ नेताओं ने सीटें तक बेच दी हैं, इसलिए वे आपस में कोई समझौता करने को तैयार नहीं हैं। जब बिहार दिल में होता है, तो समझौते खुद-ब-खुद हो जाते हैं, लेकिन यहां मामला उल्टा है।"
उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ NDA के घटक दल एकजुट हैं। वहीं महागठबंधन में सीटों को लेकर लगातार खींचतान जारी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि NDA ने पहले ही सीटों का बंटवारा कर लिया और उम्मीदवारों का चयन भी लगभग पूरा हो गया है। जबकि विपक्षी दल अभी भी अंदरूनी विवाद में उलझे हुए हैं।
नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा, "हम पहले से ही नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। हमारे सभी नेताओं ने इसे स्पष्ट कर दिया है। विधायक दल की बैठक में नेता का चयन सिर्फ एक संवैधानिक औपचारिकता होती है। नीतीश कुमार पर पहले से ही मोहर लग चुकी है।"
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में NDA की लहर चल रही है। नामांकन के दौरान लोगों का जोश देखकर साफ है कि जनता NDA के पक्ष में खड़ी है। उन्होंने कहा, "मैं जब से नामांकन में जा रहा हूं, मुझे लग रहा है कि जनता पहले ही NDA के पक्ष में विश्वास जता चुकी है। नामांकन के दौरान उमड़ रही भीड़ इस बात का संकेत है कि बिहार में एनडीए की सरकार दोबारा बनने जा रही है।"
मनोज तिवारी ने यह भी कहा कि NDA घटक दलों के बीच तालमेल और एकता उनकी सबसे बड़ी ताकत है, जबकि महागठबंधन आपसी मतभेद और सत्ता की खींचतान में उलझा हुआ है।
मनोज तिवारी के इस बयान ने एक बार फिर बिहार की सियासत को गर्म कर दिया है। चुनावी माहौल में जहां एक ओर NDA आत्मविश्वास से भरा दिख रहा है, वहीं महागठबंधन में अंदरूनी कलह और सीटों को लेकर मतभेद अभी तक खत्म नहीं हुए हैं।