Bihar Assembly Election: बिहार की गठबंधन राजनीति में अब शक्ति संतुलन तेजी से बदल रहा है। पिछले चार विधानसभा चुनावों के आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी ने 2010 के बाद से लगातार अपनी चुनावी ताकत बढ़ाई है, जबकि उसके सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के वोट शेयर और सीट जीतने की क्षमता यानी स्ट्राइक रेट में बड़ी गिरावट आई है। यह ट्रेंड दिखाता है कि बिहार NDA में अब BJP एक बड़ी चुनावी शक्ति के रूप में उभरी है। पिछले चुनाव एक नतीजों के आधार पर आइए आपको बताते हैं बिहार में कैसे बढ़ रही BJP की बढ़ती ताकत और JDU की जमीन लगातार फिसलती दिख रही है।
2020 के चुनाव में BJP ने मारी बाजी
2020 के विधानसभा चुनाव BJP के लिए एक 'रीबाउंड' प्रदर्शन था, जबकि JD(U) के लिए एक झटका। BJP ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा और 74 सीटें जीतीं। पार्टी का स्ट्राइक रेट 68 प्रतिशत का रहा। वहीं जिन सीटों पर चुनाव लड़ा, वहां 42.6 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। दूसरी तरफ नीतीश कुमार की पार्टी JD(U) का प्रदर्शन नाटकीय रूप से गिरा। JD(U) का स्ट्राइक रेट गिरकर 37.4 प्रतिशत रह गया, जो 2015 के चुनाव से करीब आधा था। चुनाव लड़ी गई सीटों पर वोट शेयर 40.7 प्रतिशत से घटकर 32.8 प्रतिशत पर आ गया। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भले ही नीतीश कुमार की JD(U) सीटों पर समीकरण के लिए जरूरी है, लेकिन चुनावी मोर्चे पर BJP ही अब NDA की सबसे मजबूत ताकत बन गई है।
2010 के चुनाव में बीजेपी-JD(U) गठबंधन की चली थी आंधी
2010 में BJP-JD(U) गठबंधन अपने शिखर पर था, जब दोनों दलों ने मिलकर राज्य में अभूतपूर्व जीत हासिल की थी। JD(U) 141 सीटों पर चुनाव लड़ी और 82% के स्ट्राइक रेट से 115 सीटें जीतीं। दूसरी तरफ BJP 102 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89% के स्ट्राइक रेट 91 सीटें जीतीं। यहां JD(U) की सीटों का आंकड़ा भले ही ज्यादा हो लेकिन चुनाव में स्ट्राइक रेट के मामले बीजेपी बाजी मारती हुई नजर आई।
हालांकि, अगले एक दशक में JD(U) का दबदबा खत्म हो गया। 2010 और 2020 के बीच, JD(U) का स्ट्राइक रेट आधे से ज्यादा गिर गया और वोट शेयर में भी पांच प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इसके विपरीत, BJP का स्ट्राइक रेट 2005 के 53.9% से बढ़कर 2020 में 68% हो गया, जो बिहार में पार्टी की मजबूत पैठ को दिखाता है।
RJD बनी हुई है विपक्षी खेमे की रीढ़
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) बिहार में प्रमुख विपक्षी शक्ति बनी हुई है। 2020 में इसने 75 सीटें जीतकर खुद को विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में स्थापित किया। इस चुनाव में पार्टी ने 52% स्ट्राइक रेट के साथ चुनाव लड़ी गई सीटों पर 39% वोट शेयर हासिल किए। यह प्रदर्शन 2015 के ग्रैंड अलायंस के उच्च स्ट्राइक रेट (79%) से कम था, लेकिन RJD एकमात्र गैर-NDA पार्टी बनी हुई है जिसकी पहुंच पूरे राज्य में लगातार और मजबूत बनी है।
छोटे दल जैसे लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने 2020 में 135 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद केवल एक सीट जीती, जबकि AIMIM ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिनमें से पांच सीटें जीतीं। कांग्रेस ने भी 2015 के 66% स्ट्राइक रेट की तुलना में 2020 में केवल 27% स्ट्राइक रेट हासिल किया।