Bihar Women: बिहार की 10 लाख महिलाओं को आज यानी शुक्रवार (28 नवंबर) को 10,000-10,000 रुपये मिलने वाले हैं। राज्य सरकार की 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' के तहत, बिहार सरकार शुक्रवार को जीविका दीदी स्कीम के लाभार्थियों को 10,000 रुपये उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करेगी। इनमें से 9.5 लाख महिलाएं ग्रामीण इलाकों की हैं। जबकि 50,000 शहरी क्षेत्रों की। ये सभी महिलाएं जीविका समूह से जुड़ी हुई हैं। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि पैसे अलग-अलग फेज़ में बांटे जाएंगे। सभी लाभार्थियों को 14 दिसंबर तक पेमेंट मिल जाएगा।
अब तक नीतीश सरकार इस योजना के तहत 1 करोड़ 40 लाख महिलाओं के अकाउंट में 10,000-10,000 रुपये की राशि भेज चुकी है। बाकी बची महिलाओं को यह पैसा 28 नवंबर को भेजा जाएगा। इसकी डेडलाइन 14 दिसंबर तय कर दी गई है। 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' के तहत सफल व्यवसाय स्थापित करने वाली महिलाओं को 2 लाख रुपए तक की अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी।
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हर योग्य जीविका दीदी को इस स्कीम के तहत फायदे मिलेंगे। सरकार आने वाले महीनों में महिलाओं के लिए और पहलों की घोषणा करने की योजना बना रही है। इससे पहले बिहार के CM नीतीश कुमार ने राज्य चुनाव के लिए प्रचार करते हुए राज्य में रोजगार बढ़ाने के लिए इस स्कीम की बात कही थी।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि CM ग्रामीण इलाकों की 9.50 लाख महिलाओं और शहरी इलाकों की 50,000 महिलाओं के अकाउंट में पैसे जमा करेंगे। बिहार में 'जीविका दीदी' का मतलब उन महिलाओं से है जो राज्य सरकार की एक पहल से जुड़ी हैं। इसका मकसद सेल्फ-हेल्प ग्रुप के जरिए ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से ऊपर उठाना है।
दीदियां ड्राइवर या कंडक्टर के लिए भी कर सकती हैं अप्लाई
एक डिपार्टमेंटल रिव्यू मीटिंग में बोलते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जो जीविका दीदियां ड्राइवर या कंडक्टर के तौर पर ट्रेनिंग लेना चाहती हैं, वे 15 दिसंबर तक अप्लाई कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि चुने गए कैंडिडेट पटना और औरंगाबाद में मौजूद इंस्टिट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (IDTR) में हैवी-मोटर-व्हीकल (HMV) ट्रेनिंग लेंगे।
ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी होने के बाद 'जीविका दीदियों' को बिहार स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (BSRTC) द्वारा चलाई जाने वाली सिर्फ महिलाओं के लिए बनी 'पिंक बसों' को चलाने के लिए अपॉइंट किया जाएगा।
इस प्लान के तहत राज्य की 100 पिंक बसों को चलाने के लिए 200 महिलाओं को ड्राइवर और कंडक्टर के तौर पर ट्रेनिंग दी जाएगी। कुमार ने कहा कि इस कदम से न सिर्फ महिलाएं मजबूत होंगी। बल्कि जीविका दीदियों के लिए रोजगार के नए मौके भी खुलेंगे।
श्रवण कुमार के मुताबिक, ड्राइवर पोस्ट के लिए कम से कम एजुकेशनल क्वालिफिकेशन क्लास VIII होगी। जबकि कंडक्टर पोस्ट के लिए क्लास X होगी। उन्होंने साफ किया कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद HMV लाइसेंस पाने वाले कैंडिडेट्स को खाली पोस्ट भरने के लिए कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर अपॉइंट किया जाएगा।
लाभार्थियों ने कहा कि इस योजना से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। बल्कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परिवार के विकास में भी मदद मिलेगी। महिलाओं का मानना है कि पहले परिवार की जिम्मेदारी सिर्फ पुरुषों पर थी। लेकिन अब महिलाएं भी कमाई कर परिवार को मजबूत करेंगी।