बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीते बुधवार को महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद, एक प्रेस वार्ता कर नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि बिहार सरकार ने 80,000 करोड़ रुपए का कोई स्पष्ट हिसाब नहीं दिया है, जो अब तक का सबसे बड़ा घोटाला माना जा सकता है। तेजस्वी यादव ने ये भी आरोप लगाया कि यह मामला केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि जनता के पैसों के दुरुपयोग और सरकार की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
तेजस्वी ने कहा, "डबल इंजन सरकार की बात होती है, लेकिन बिहार की मौजूदा सरकार का एक इंजन अपराध में और दूसरा इंजन भ्रष्टाचार में लगा हुआ है।"
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि 80,000 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि जनता जानना चाहती है कि उन्होंने जो टैक्स भरा, उसका पैसा आखिर गया कहां? "बिहार सरकार को इसका जवाब देना होगा।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। RJD नेता ने कहा, “CBI और ED जैसी संस्थाएं केंद्र सरकार के अधीन हैं, ऐसे में निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती”।
मेरी योजना की कॉपी कर रहे नीतीश कुमार: तेजस्वी
साथ ही, नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा, "इस सरकार के पास कोई विजन नहीं है। मेरी घोषणाओं की नकल की जा रही है। मैंने मुफ्त बिजली, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने की बात कही थी। अब डर के मारे नीतीश सरकार ने वही घोषणाएं कर दीं है। मेरी योजनाओं की कॉपी की जा रही है।”
तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि रक्षाबंधन के बाद महागठबंधन के नेता पूरे बिहार का दौरा करेंगे। राज्य के सभी 9 प्रमंडलों में रैलियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान बिहार की जनता से जुड़े मुद्दे, जैसे कि कानून व्यवस्था, पलायन, बेरोजगारी आदि को जनता के बीच रखा जाएगा।
साथ ही, CAG रिपोर्ट, मतदाता अधिकारों के हनन, भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर जनता को जागरूक करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इन रैलियों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
तेजस्वी यादव यह ऐलान साफ दिखाता है कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति और भी ज्यादा गर्म होने वाली है। CAG रिपोर्ट को लेकर महागठबंधन ने सरकार पर हमला करने की जो तैयारी की है, वह नीतीश सरकार के लिए परेशानी बढ़ा सकती है।