Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, RJD और कांग्रेस के बीच अंदरूनी झगड़ा अब खुलकर सामने आ गया है। इसे झगड़े को खत्म करने के लिए दिल्ली से लेकर पटना तक हाई-वोल्टेज बैठकों का दौर जारी है। गठबंधन में शामिल RJD, कांग्रेस, और लेफ्ट पार्टियां सीट शेयरिंग और CM चेहरे को लेकर एक दूसरे से भिड़ रही हैं।
अंतिम समय की भागा-दौड़ी और 'फ्रेंडली फाइट'
महागठबंधन में RJD, कांग्रेस, और लेफ्ट पार्टियों के साथ-साथ विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और इंडियन इन्क्लूसिव पार्टी भी हैं। इन सबको साधने में गठबंधन के नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। गठबंधन करीब 12 सीटों पर ऐसे हाल में फंस गया है जहां उनके अपने ही उम्मीदवार आमने-सामने होंगे, जिसे वे 'दोस्ताना लड़ाई' कह रहे हैं। नेता उम्मीद कर रहे हैं कि नामांकन वापस लेने की आखिरी दिन गुरुवार से पहले वे उम्मीदवारों को मनाकर बिठा लेंगे।
बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। RJD ने अपने 143 उम्मीदवार घोषित कर दिए है, वहीं कांग्रेस ने 61 उम्मीदवार घोषित किए है। वैशाली जिले की लालगंज सीट से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार हटा लिया है। कटिहार की प्राणपुर सीट और एक और सीट पर RJD और कांग्रेस इस बात पर सहमत हुए कि एक-दूसरे के खिलाफ सिर्फ एक ही उम्मीदवार मैदान में होगा। बछवाड़ा, राजापाकर और बिहार शरीफ जैसी 3 सीटें जहां 6 नवंबर को वोटिंग है उन पर तो नामांकन वापस लेने की तारीख भी निकल चुकी है।
'CM फेस' पर सस्पेंस बरकरार
महागठबंधन में सबसे बड़ी खींचतान मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर है। RJD हमेशा से कहती रही है कि तेजस्वी यादव ही गठबंधन का CM चेहरा होंगे। हालांकि, राहुल गांधी ने कभी भी तेजस्वी को खुलेआम CM उम्मीदवार घोषित नहीं किया। बिहार के सीनियर कांग्रेस नेताओं ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पार्टी जानबूझकर तेजस्वी को CM चेहरा घोषित नहीं कर रही है, क्योंकि उन्हें डर है कि ऐसा करने से गैर-यादव वोट BJP की तरफ एकजुट हो सकते हैं।
कुछ कांग्रेस नेताओं ने इस 'स्ट्रेटेजी' को अतार्किक बताया है। एक वरिष्ठ सांसद ने कहा, 'सबसे ज्यादा सीटें (143) RJD लड़ रही है। अगर हम जीतते हैं, तो CM कौन बनेगा ये RJD के विधायक तय करेंगे। तो फिर CM चेहरा घोषित न करने का क्या मतलब?' उसी नेता ने पूछा कि क्या कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भी CM चेहरा घोषित नहीं करेगी? 'नहीं करेगी, क्योंकि वहां अखिलेश यादव CM चेहरा होंगे,' यानी ये 'सिद्धांत' सिर्फ बिहार में क्यों?