Lalu Family Dispute:'मेरे माता-पिता पर मानसिक दबाव...PM मोदी जांच कराएं', तेजप्रताप यादव ने की ये अपील

Lalu Family Dispute: इसी बीच, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी रोहिणी के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनके माता-पिता को किसी भी तरह की मानसिक परेशानी दी गई हो, तो केंद्र और बिहार सरकार इसकी जांच करवाए

अपडेटेड Nov 18, 2025 पर 9:24 PM
Story continues below Advertisement
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के आते ही लालू यादव परिवार में भूचाल आ गया है।

Lalu Family Dispute:  बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के आते ही लालू यादव परिवार में भूचाल आ गया है। बिहार विधानसभा चुनाव में राजद को मिली करारी शिकस्त के बाद लालू परिवार में फूट पड़ती नजर आ रही है। राजद सुप्रिमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी और उनके करीबियों पर अमानित करने का आरोप लगाया और फिर परिवार से नाता तोड़ लिया। रोहिणी का कहना है कि बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद परिवार में हुए विवाद के दौरान उनके साथ बुरा व्यवहार किया गया और उन्हें अपमानित महसूस कराया गया।

इसी बीच, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी रोहिणी के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनके माता-पिता को किसी भी तरह की मानसिक परेशानी दी गई हो, तो केंद्र और बिहार सरकार इसकी जाँच करवाए।

लालू यादव और राबड़ी देवी पर दबाव बनाने की कोशिश!


हाल ही के चुनाव में महुआ सीट से हारने के बाद तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन रोहिणी के समर्थन में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि जो लोग परिवार के खिलाफ साजिश कर रहे हैं, उन्हें इसका हिसाब देना होगा और इसके नतीजे भी भुगतने पड़ेंगे। जनशक्ति जनता दल के इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किए गए एक पोस्ट में तेज प्रताप ने कहा, “कुछ लोग मेरे माता-पिता—लालू प्रसाद और मेरी मां पर मानसिक और शारीरिक दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर यह सच है, तो यह सिर्फ मेरे परिवार पर हमला नहीं है बल्कि राजद की असली पहचान और उसकी आत्मा पर हमला है।”

तेज प्रताप ने की पीएम मोदी से ये अपील

तेज प्रताप यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार सरकार से अपील की है कि वे जांच करें कि कहीं उनके माता-पिता को मानसिक दबाव या उत्पीड़न का सामना तो नहीं करना पड़ा। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री, अमित शाह जी और बिहार सरकार से अनुरोध करता हूँ कि इस पूरे मामले की तुरंत, निष्पक्ष और कड़ी जांच कराई जाए।” पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर पार्टी अपने असली रास्ते से दूर हो गई है। उनके अनुसार, पार्टी ने टिकट देने में पैसे को ज़्यादा महत्व दिया और उन पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी की, जिन्होंने पार्टी को खड़ा करने में अपना जीवन झोंक दिया। तेज प्रताप ने कहा, “आज ये वही लोग लालच और चापलूसी में डूबकर परिवार और पूरे संगठन को नुकसान पहुंचाने में लगे हैं।”

तेजस्वी के करीबियों पर उठ रहे हैं सवाल

तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले संजय यादव और रमीज खान पर भी सवाल उठाए। उनका मानना है कि ये लोग लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी पर मानसिक या शारीरिक दबाव डालने में शामिल हो सकते हैं। तेज प्रताप ने कहा, “मेरे पिता पहले से ही बीमार रहते हैं, वे इस तरह का तनाव बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकते। मैं सरकार से यह भी मांग करता हूं कि अगर किसी ने मेरी बहन, मां या पिता के साथ गलत व्यवहार किया है। धक्का दिया, हाथापाई की, गंदी गालियां दीं या किसी भी तरह का मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न किया तो संजय यादव, रमीज नेमत खान और प्रीतम यादव जैसे लोगों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए और सख्त कार्रवाई हो।”

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।