Nitish Kumar: 'पार्टी चाहती है कि वह राजनीति में आएं!' क्या CM नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार होंगे अगले वारिस?

JDU Leader Sanjay Kumar Jha: संजय झा ने कहा कि पार्टी के साथ जुड़कर सक्रिय राजनीति में कदम कब रखना है, यह पूरी तरह 49 वर्षीय इंजीनियर निशांत कुमार पर निर्भर करता है। उनके इस बयान पर बगल में खड़े निशांत कुमार ने कोई टिप्पणी नहीं की और चुप्पी साधे हुए निकल गए

अपडेटेड Dec 06, 2025 पर 10:56 AM
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संजय झा ने स्पष्ट कहा, 'पार्टी कार्यकर्ता और शुभचिंतक चाहते हैं कि निशांत पार्टी में शामिल हों और योगदान दें'

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। शुक्रवार को तब अटकलों का बाजार गर्म हो गया, जब जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने खुलकर कहा कि पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में देखना चाहते हैं। वैसे नीतीश कुमार अक्सर अपने प्रतिद्वंद्वियों पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते रहे हैं। हालांकि, अब उनकी ही पार्टी के भीतर से उनके बेटे के राजनीतिक पदार्पण की जोरदार मांग उठने लगी है।

JDU की डिमांड पर फैसला निशांत के हाथ

शुक्रवार को पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय कुमार झा ने यह बात तब कही, जब निशांत कुमार उनके साथ मौजूद थे। झा ने स्पष्ट कहा, 'पार्टी कार्यकर्ता और शुभचिंतक चाहते हैं कि निशांत पार्टी में शामिल हों और योगदान दें।' हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि अंतिम फैसला निशांत का ही होगा। झा ने कहा कि सक्रिय राजनीति में कदम कब रखना है, यह पूरी तरह 49 वर्षीय इंजीनियर निशांत की निजी पसंद है। इस दौरान निशांत कुमार ने खुद इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की और चुप्पी साधे रहे।


हाल के दिनों में निशांत की बढ़ी सार्वजनिक उपस्थिति

पिछले कुछ महीनों से निशांत कुमार की सार्वजनिक उपस्थिति में वृद्धि देखी गई है। वह कई मौकों पर अपने पिता के प्रशासन की तारीफ करते हुए नजर आए हैं। 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान पटना और नालंदा में ऐसे पोस्टर दिखाई दिए थे जिनमें उन्हें राजनीति में शामिल होने का आग्रह किया गया था, हालांकि तब भी उन्होंने सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

वंशवाद के आलोचक नीतीश पर सवाल

नीतीश कुमार देश के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्रियों में से एक हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा उत्तराधिकार के मामलों पर चुप्पी बनाए रखी है। खास बात यह है कि वह अक्सर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी, जैसे राजद प्रमुख लालू प्रसाद को वंशवाद की राजनीति के लिए कोसते रहे हैं। अब पार्टी के ही एक बड़े नेता के बयान ने मुख्यमंत्री के बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच, इन सवालों को फिर से हवा दे दी है। पार्टी के भीतर से आई इस नई मांग के बाद, अब सभी की निगाहें निशांत कुमार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अगले कदम पर टिकी हैं।

वैसे आपको बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में JDU ने 243 सदस्यीय विधानसभा में जबरदस्त प्रदर्शन किया। पार्टी ने 85 सीटें जीतीं, जो 2020 के उसके 43 सीटों के मुकाबले लगभग दोगुनी है।

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