BTS के सदस्यों की पहचान तो आज सबको है, लेकिन उनके बैंड में शामिल होने की कहानी बेहद दिलचस्प है। बिगहिट की कास्टिंग डायरेक्टर Noh Min Mi ने बताया कि कैसे जंगकूक और सुगा को टीम में लिया गया था।
सुगा की गमी स्माइल और चमकती आंखों ने सबसे पहले कास्टिंग टीम का ध्यान खींचा था। डायरेक्टर ने तुरंत फैसला लिया कि सुगा को ग्रुप में होना चाहिए।
जंगकूक का सफर इससे थोड़ा अलग था। वह किसी ऑडिशन से नहीं, बल्कि सीधे Noh Min Mi की नजरों में आए थे, जैसे किस्मत ने उन्हें चुना।
15 साल के जंगकूक को डायरेक्टर ने 'सुपरस्टार के' शो पर स्पॉट किया, और उनके मासूम चेहरे व ब्राइट आंखें देखकर लगा यही असली रॉ जेम है जो स्टार बन सकता है।
आमतौर पर ऑडिशन की डेट तय होती है, मगर जंगकूक के केस में तुरंत कॉन्टेक्ट किया गया। दूसरी एजेंसियां भी पीछे थीं, लेकिन बिगहिट की तेजी ने जीत दिलाई।
Noh Min Mi ने जंगकूक के पिता से कहा अब ही साइन कर लीजिए, वरना और कंपनियां उन्हें ले जाएंगी। किसी जादू जैसी फीलिंग थी, वह लड़का हाथ से छूट न जाए, ऐसा लगा।
BTS के शुरुआती दिनों में टीम की कड़ी मेहनत किसी ने नोटिस नहीं की थी। डायरेक्टर को पूरा विश्वास था कि ये लड़के एक दिन बड़े स्टार बनेंगे।
जंगकूक 15 साल की उम्र में सबसे छोटा ट्रेनी बने। 2013 में BTS में उनकी एंट्री ऑफिशियली हुई। वह बाकी सदस्यों से हमेशा डरते-सहमे रहते थे।
आज BTS वर्ल्ड स्टार्स हैं, लेकिन डायरेक्टर के मन में उनके प्रति वही पुराना लगाव है। जब भी मिलती हैं, उन्हें बच्चों जैसा ही महसूस करती हैं यही है असली BTS।