हिंदी सिनेमा ने अपने अपने जाने-माने अभिनेता धर्मेंद्र को खो दिया है। 6 दशकों से ज्यादा समय तक बॉलीवुड पर राज करने वाले धर्मेंद्र ने अपने बेहतरीन अभिनय, करिश्माई व्यक्तित्व और बेमिसाल फिल्मी योगदान से इंडस्ट्री में अमिट छाप छोड़ी। उनका जाना केवल परिवार या दोस्तों के लिए ही नहीं बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैन्स के लिए एक गहरा नुकसान है। धर्मेंद्र ने न केवल एक्टर के तौर पर बल्कि मिसाल बनाने वाले पेशेवर रवैये और सरल स्वभाव से भी कई लोगों को प्रेरित किया।
89 साल की उम्र में उनका निधन 24 नवंबर 2025 को हुआ, और बताया गया कि उम्र से जुड़ी परेशानियों के कारण उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। उनके जाने से बॉलीवुड में एक युग का अंत हुआ है, जहां उनका नाम और योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। फैन्स और साथियों के लिए ये वाकई एक भावनात्मक पल है।
वसीयत में बच्चे और पोते नहीं
धर्मेंद्र की वसीयत को लेकर सामने आई खबर में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वसीयतनामे में उनके बेटे सनी देओल, बॉबी देओल या किसी पोते का नाम शामिल नहीं है। लोग जानना चाहते थे कि आखिर उन्होंने अपनी पैतृक संपत्ति किसके नाम की है।
2.5 एकड़ की पैतृक संपत्ति
धर्मेंद्र की ये संपत्ति उनके पंजाब के लुधियाना जिले के डांगों गांव में स्थित है। यही उनका पैतृक गांव है, जहां उनका बचपन बीता और पूर्वज रहते थे। ये संपत्ति 2.5 एकड़ में फैली हुई है और इसकी अनुमानित कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये आंकी गई है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, धर्मेंद्र ने लगभग 8 साल पहले इस पैतृक संपत्ति की वसीयत तैयार कराई थी और उस पर हस्ताक्षर भी किए। खास बात ये है कि उन्होंने ये संपत्ति अपने भतीजों के नाम की है, जो घर की देखभाल और परिवार की जिम्मेदारी संभालते हैं। इस प्रॉपर्टी से उनके बेटे या पोते का कोई लेना-देना नहीं है।
धर्मेंद्र की अस्थियों का विसर्जन
धर्मेंद्र के निधन के लगभग 8 दिनों बाद उनके पारिवारिक रीति-रिवाजों के अनुसार हरिद्वार में उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया। इससे पहले मुंबई में उनके परिवार की ओर से शोक सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें बॉलीवुड के कई बड़े सेलेब्स शामिल हुए।