L2 Empuraan Row: मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल ने हाल में रिलीज हुई अपनी फिल्म 'एल2: एम्पुरान' को लेकर शुरू हुए विवाद पर रविवार (30 मार्च) को खेद जताया। साथ ही आश्वासन दिया कि फिल्म से गुजरात दंगों से जुड़े विवादास्पद हिस्से हटा दिए जाएंगे। पृथ्वीराज द्वारा निर्देशित 'लूसिफर' फिल्म का दूसरा भाग दक्षिणपंथी राजनीति की आलोचना और गुजरात दंगों के परोक्ष उल्लेख के कारण चर्चा का विषय बन गया है। 27 मार्च को फिल्म के रिलीज के पहले दिन ही RSS से जुड़े संगठनों ने सोशल मीडिया पर फिल्म की तीखी आलोचना की। जबकि कांग्रेस और वामपंथी दलों के एक वर्ग ने दक्षिणपंथी राजनीति को खलनायक के रूप में चित्रित करने के लिए फिल्म की सराहना की।
फिल्म के कुछ हिस्सों के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और इससे संबंधित संगठनों द्वारा की गई तीखी आलोचना के बीच राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित मोहनलाल ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कहा कि एक कलाकार के रूप में यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है कि उनकी कोई भी फिल्म किसी भी राजनीतिक आंदोलन, विचारधारा या धार्मिक समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा न दे।
मोहनलाल ने कहा कि उन्हें पता चला कि 'लूसिफर' फ़्रैंचाइजी के दूसरे भाग 'एम्पुरान' में दर्शाए गए कुछ राजनीतिक और सामाजिक विषयों ने उनसे प्यार करने वाले कई लोगों को गहरी पीड़ा पहुंचाई है। उन्होंने कहा, "एक कलाकार के तौर पर यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि मेरी कोई भी फिल्म किसी राजनीतिक आंदोलन, विचारधारा या धार्मिक समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा न दे। इसे ध्यान में रखते हुए, मैं और 'एम्पुरान' की टीम उन सभी परेशानियों के लिए ईमानदारी से खेद व्यक्त करते हैं, जो मुझसे प्यार करने वालों को हुई हैं।"
अभिनेता ने कहा कि फिल्म की पूरी टीम ने सामूहिक रूप से फिल्म से उन हिस्सों को हटाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पिछले चार दशकों से वह अपना फिल्मी जीवन लोगों के बीच रहकर जी रहे हैं। मोहनलाल ने कहा, "आपका प्यार और विश्वास ही मेरी एकमात्र ताकत है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि इससे परे कोई मोहनलाल नहीं है।" सूत्रों ने बताया कि 27 मार्च को दुनिया भर में रिलीज हुई 'एल2: एम्पुरान' के पहले दिन अकेले केरल में 746 स्क्रीन पर 4,500 शो दिखाए गए।
बीजेपी नेता ने जताया विरोध, केरल के सीएम ने किया सपोर्ट
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने पृथ्वीराज निर्देशित फिल्म को अपना समर्थन दिया। साथ ही इसके निर्माताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर हमले के लिए संघ परिवार की आलोचना की। फेसबुक पर एक तीखे पोस्ट में वामपंथी नेता ने कहा कि फिल्म में देश में हुए सबसे बर्बर नरसंहारों में से एक का जिक्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे संघ परिवार और उसके आका नाराज हो गए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह पोस्ट शनिवार शाम एक मल्टीप्लेक्स थिएटर में अपने परिवार के सदस्यों के साथ पृथ्वीराज निर्देशित फिल्म देखने के एक दिन बाद किया। मलयालम फिल्म उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली फिल्म के रूप में 'एम्पुरान' की प्रशंसा करते हुए विजयन ने कहा कि उन्होंने यह फिल्म ऐसे समय देखी है जब संघ परिवार ने फिल्म, इसके कलाकारों के खिलाफ व्यापक घृणा अभियान चलाया हुआ है।
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वह 'एल2: एम्पुरान' नहीं देखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस तरह के फिल्म निर्माण से निराश हैं। चंद्रशेखर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, "मैंने 'लूसिफर' देखी थी और मुझे यह पसंद आई थी। जब मैंने सुना कि यह 'लूसिफर' की अगली कड़ी है, तो मैंने कहा था कि मैं 'एम्पुरान' फिल्म देखूंगा।" इससे पहले, चंद्रशेखर ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एम टी रमेश के इस रुख का समर्थन किया था कि फिल्म को फिल्म की तरह ही देखा जाना चाहिए।