Coolie and War 2: रजनीकांत ने 50 सालों का सुनहरा सफर सिनेमा में पूरा किया है। उनकी सादगी और दमदार अदाकारी लोगों का दिल जीत लेती हैं। एक्टर की आज कुली फिल्म रिलीज हुई है। वहीं इस फिल्म के साथ वॉर 2 भी रिलीज हुई है, जिसमें ऋतिक रोशन, जूनियर एनटीआर और कियारा आडवाणी लीड रोल में हैं। अगर आप आज के "मास" हीरो के लुक को देखेंगे यंग दिखना, जॉलाइन और चकाचौंध करने वाले डांस मूव्स, तो रजनीकांत इन सब से दूरी बनाए हैं। लेकिन उनके जैसी फैन फोलोइंग किसी की नहीं। चलिए बताते हैं किसी क्लैश क्यों नहीं पड़ता रजनीकांत को फर्क।
1. उनका अलग स्टाइल
रजनीकांत के स्टाइल में सिर्फ़ उनके चश्मे के उलटने या सिगरेट से खेलने का तरीका ही अनोखा नहीं है। बल्कि उनके चलने का तरीका भी अनोखा है। हाव-भाव से लेकर ठहराव और लुक तक, हर चीज़ को करने का उनका अपना तरीका है। लोग उन्हें परफॉर्म करते नहीं देखते, वे उनमें खुद को देखते हैं। कोई भी उनकी नकल नहीं कर सकता।
2. एक आम व्यक्ति से आइकॉन बनने तक की कहानी
वह किसी फिल्मी परिवार से नहीं थे और न ही उनके गॉडफादर कोई मशहूर हस्तियां थीं। अभिनय शुरू करने से पहले, उन्होंने बैंगलोर में एक बस कंडक्टर के रूप में काम किया था। प्रशंसक उनकी उपलब्धि से खुद को जोड़ पाते हैं, क्योंकि फैंस को महसूस कर पाते हैं कि उन्होंने सब मेहनत से कामाया है।
3. दर्शकों के हैं बेहद करीब
रजनीकांत का ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व विनम्र, वफ़ादार और पिछड़े लोगों के लिए खड़े होने पर आधारित है। ऐसे मूल्य जिनसे भारतीय दर्शक जुड़ सकते हैं। अपनी फ़िल्मों में, वह कभी "सिर्फ़ एक हीरो" नहीं होते। वह एक महान प्रोटेक्टर बनकर दिखते हैं। उनकी प्रसिद्धि सिर्फ़ इस बात पर निर्भर नहीं करती कि वह कितने टिकट बेचते हैं। प्रशंसक उनकी राजनीतिक शक्ति, सांस्कृतिक पहचान और एक तरह के जन-आदर के कारण उनके कटआउट पर दूध चढ़ाते हैं और उनकी फ़िल्मों की सफलता के लिए अनुष्ठान करते हैं।
रजनीकांत के साथ-साथ आज का दिन तेलुगु स्टार नागार्जुन और जूनियर एनटीआर के लिए भी काफी बड़ा दिन है। नागार्जुन जहां कुली फिल्म में नजर आए हैं। वहीं जूनियर एनटीआर वॉर 2 से बॉलीवुड में कदम रख रहे हैं।
तेलुगु फिल्म प्रशंसकों को मनोरंजन की दोहरी खुराक मिली है, क्योंकि दो बहुप्रतीक्षित फिल्में, वॉर 2 और कुली, दुनिया भर के सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई हैं। दोनों ही डब रिलीज़ हैं, लेकिन तेलुगु राज्यों में चर्चा ज़ोरदार है, क्योंकि दो सबसे लोकप्रिय तेलुगु अभिनेता फिल्मों में अलग किरदार निभा रहे हैं।
नागार्जुन अक्किनेनी ने अपने 40 साल के लंबे और सफल करियर में अब तक कभी भी खलनायक की भूमिका नहीं निभाई है। लोकेश कनगराज की कुली में, वह "साइमन" का किरदार निभा रहे हैं, जो इतना दिलचस्प है कि रजनीकांत ने भी कहा था कि अगर उन्हें मौका मिलता तो वह अपने किरदार, देवा, की बजाय इसे निभाना पसंद करते।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोकेश की नागार्जुन, साइमन के किरदार के लिए पहली पसंद थे, जिससे लोग और भी ज़्यादा उत्साहित हो गए हैं। प्रशंसक यह देखने के लिए बेताब हैं कि कैसे एक शांत स्वभाव वाला सितारा सुपरस्टार के साथ एक खलनायक के रोल में किस तरह से उभर कर आता है।
वहीं, वॉर 2 जूनियर एनटीआर के लिए खास है। इस फिल्म से वह बॉलीवुड में एंट्री कर रहे हैं। ऋतिक रोशन के साथ विलेन की भूमिका निभाकर तारक एक नया एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। फिल्म की रिलीज़ से पहले इस मौके पर उन्होंने कहा कि निर्माता आदित्य चोपड़ा ने उनसे "बस उन पर भरोसा रखने" के लिए कहा था और अपने प्रशंसकों को गर्व करने का वादा किया था। 14 अगस्त तेलुगु फ़िल्म प्रशंसकों के लिए यादगार दिन बन गया है, क्योंकि दोनों फ़िल्मों में उनके चहीते नागार्जुन और जूनियर एनटीआर खलनायक की भूमिका दिख रहे हैं।
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