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करवा चौथ पर पति के लिए व्रत नहीं रखतीं ये बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियां, जानिए इस लिस्ट में किस-किस का नाम है शामिल?

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का त्यौहार हर हिन्दू सुहागन महिला के लिए खास होता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। लेकिन कुछ चर्चित बॉलीवुड अभिनेत्रियां इस व्रत को नहीं रखती हैं और अपने-अपने कारण बताती हैं। जानिए कौन-कौन सी मशहूर अभिनेत्रियां करवा चौथ का व्रत नहीं रखतीं और क्यों।

अपडेटेड Oct 09, 2025 पर 20:25
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करीना कपूर खान करीना कपूर खान, जो 2012 में सैफ अली खान से शादी की थीं, करवा चौथ का व्रत नहीं रखतीं। उन्होंने कहा था, "प्यार में भूखा क्यों मरना यार?" उनका यह बयान सोशल मीडिया पर खूब चर्चित हुआ। कुछ लोगों ने इसे ईमानदारी भरा माना, तो कुछ ने परंपरा का अपमान भी बताया।

सोनम कपूर आहूजा
फैशन आइकन सोनम कपूर आहूजा, जो बिजनेसमैन आनंद आहूजा की पत्नी हैं, भी इस व्रत को महत्व नहीं देतीं। उनके पति खुद व्रत रखने के पक्ष में नहीं हैं, इसलिए सोनम ने भी इसे अपनाया नहीं। उन्हें सोशल मीडिया पर इस वजह से आलोचना भी झेलनी पड़ी।

रत्ना पाठक शाह
अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह, जो नसीरुद्दीन शाह की पत्नी हैं, करवा चौथ को "अंधविश्वास पर आधारित परंपरा" मानती हैं। उन्होंने शिक्षित महिलाओं को इस परंपरा पर फिर से सोचने की सलाह दी है। उनके इस विचार को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद भी हुआ।

ट्विंकल खन्ना
अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना भी इस व्रत को नहीं रखतीं। उनका कहना है कि "किसी के भूखे रहने से किसी की उम्र लंबी नहीं हो सकती।" पर वे इस दिन को पति के साथ  समय बिताने को खास मौका मानती हैं।

दीपिका पादुकोण
बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण भी करवा चौथ का व्रत नहीं रखतीं। उनका मानना है कि व्रत से ज्यादा जरूरी है एक-दूसरे का साथ देना और सम्मान करना।

हेमा मालिनी
ड्रीम गर्ल कहलाईं हेमा मालिनी, धर्मेंद्र की पत्नी, अक्सर कहती हैं कि वे करवा चौथ का व्रत नहीं रखतीं। उनका मानना है कि पति की लंबी उम्र के लिए वे व्रत के साथ दुआ, सकारात्मक सोच और जीवनशैली को भी जरूरी मानती हैं।

इन अभिनेत्रियों में व्रत को लेकर पूरी तरह से अलग सोच देखने को मिलती है। वे मानती हैं कि प्यार और रिश्ते व्रत से नहीं बल्कि समझदारी, सहमति और सम्मान से मजबूत होते हैं।

समय के साथ समाज में व्रत को लेकर अलग-अलग राय और सोच विकसित हो रही है। कई लोग इसे व्यक्तिगत चुनाव मानते हैं और अपने-अपने तरीके से इस दिन का सम्मान भी करते हैं।