घुटनों में दर्द अब केवल उम्र बढ़ने की समस्या नहीं रही। पहले ये परेशानी ज्यादातर बुजुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं। लंबे समय तक बैठना, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, गलत बैठने या चलने का तरीका घुटनों को कमजोर कर देता है। इसके कारण उठना-बैठना, चलना और दिनभर की आम गतिविधियां भी कठिन हो जाती हैं। घुटनों के दर्द से निजात पाने के लिए योग सबसे असरदार तरीका माना जाता है। योग न केवल घुटनों की हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, बल्कि जोड़ों को लचीला बनाकर दर्द को कम करता है।
नियमित रूप से योग करने से मांसपेशियों में ताकत आती है, रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर की स्थिरता बढ़ती है। यही कारण है कि घुटनों के दर्द को कम करने और भविष्य में समस्या से बचने के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद लाभकारी है।
वीरभद्रासन घुटनों, कूल्हों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। ये आसन हाथों, कंधों और पीठ को भी मज़बूत करता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हों और अपने हाथों को ऊपर उठाएं। सांस छोड़ते हुए रीढ़ को सीधा रखते हुए कूल्हों से आगे की ओर झुकें और दाहिने पैर को पीछे ले जाएं। अपने कोर मसल्स को एक्टिव रखते हुए पैर को जमीन से ऊपर उठाएं और हाथों को सामने फैलाएं। नजरें सामने रखें और कुछ समय इस स्थिति में रहें, फिर दूसरे पैर से दोहराएं।
उपविष्ठ कोणासन पैरों, कूल्हों, हैमस्ट्रिंग और पिंडलियों को खींचकर मांसपेशियों को लचीला बनाता है। इसे करने के लिए जमीन पर सीधे बैठ जाएं और पैरों को सामने की ओर फैलाएं। रीढ़ को सीधा रखते हुए धीरे-धीरे पैरों को अलग साइड में खोलें। खिंचाव महसूस करें और शुरुआत में थोड़ी ही दूरी में रहें। धीरे-धीरे पैरों को और फैलाकर मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाया जा सकता है।
मलासन घुटनों के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है। इसे करने के लिए पैरों को खोलकर स्क्वैट की स्थिति में बैठें और शरीर के ऊपरी हिस्से को हल्का आगे झुकाएं। हाथों की हथेलियों को सामने जोड़ें और कुछ देर इस स्थिति में बैठें। ये आसन घुटनों के दर्द को कम करने के साथ ही जोड़ों की लचीलापन और संतुलन बढ़ाने में भी मदद करता है।
पश्चिमोत्तानासन घुटनों और पैरों को स्ट्रेच करने में मदद करता है। इसके लिए पैरों को सीधे फैलाकर बैठ जाएं और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें। घुटनों को सीधा रखें और खिंचाव महसूस करें। कुछ समय तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे सीधे हो जाएं। ये आसन न केवल घुटनों को आराम देता है, बल्कि पाचन और मानसिक तनाव को भी कम करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।