कैथा लगातार सेवन से रक्त में ग्लूकोज का स्तर नियंत्रित रहता है और इंसुलिन उत्पादन बढ़ाता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए दवा जैसा काम करता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल सामान्य बना रहता है।
कैथा में मौजूद फाइबर नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और विटामिन C ब्लड वेसल्स को मजबूत कर रक्त प्रवाह को सुरक्षित बनाता है।
आयरन, कैल्शियम, विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर यह फल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
कैथा की फाइबर युक्त संरचना पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है, कब्ज और पाइल्स जैसी समस्याओं में राहत दिलाती है।
इस फल का सेवन लिवर और किडनी की समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। यह एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर के रूप में काम करता है।
कैथा में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
यह फल विटामिन A, B और C से भरपूर है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने और इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करता है।
कैथा की जड़ का पेस्ट अनिद्रा में लाभकारी होता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ाता है।
कैथा के प्रयोग से त्वचा रोग, मासिक धर्म विकार, और जलन जैसे रोगों में भी राहत मिलती है। कैथा का रस पीने, मुरब्बा के रूप में खाने और जड़ का पेस्ट लगाने से इसके लाभ प्राप्त होते हैं। यह सस्ता और प्राकृतिक उपाय है।